Mukesh Ambani : एशिया के दूसरे नंबर के उद्योगपति(Asia’s second largest industrialist) मुकेश अंबानी गौतम अडानी(gautam adani) से पीछे क्या हुए कि वह एक के बाद एक नई योजनाओं(scheme) पर काम कर रहे हैं. अब मुकेश अंबानी(mukesh ambani) सैलून की दुकान(shoap of salon) के क्षेत्र में भी अब काम करने का प्लान तैयार कर रहे हैं.
वीडियो(video) रिपोर्ट की मानें तो अडानी(adani) से पीछे होने के बाद अंबानी काफी चिंतित हैं. और वह अपने व्यापार(business) को बढ़ाने के लिए एक के बाद एक कड़े फैसले लेते हुए नए व्यापार पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
Mukesh Ambani : नेचुरल सैलून(natural salon) और स्पा(spa) चलाने वाली कंपनी है ग्रूम इंडिया सैलून एंड स्पा कंपनी(groom india salon and spa compny) हिंदुस्तान यूनिलीवर(hindustan Unilever) के लैक्मे ब्रांड(lakme brand) और एनरिक सहित क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा(Competition) करती है.
मुकेश अंबानी(mukesh ambani) की रिलायंस रिटेल(reliance retail) अब सैलून कारोबार(salon business) में उतर रही है। इकोनॉमिक टाइम्स(economics times) की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस चेन्नई स्थित नेचुरल सैलून एंड स्पा(natural salon and spa) में लगभग 49% हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। रिलायंस रिटेल 49% हिस्सेदारी खरीद सकता है और एक संयुक्त उद्यम(joint venture) बना सकता है।
Early stage conversation: इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है- नेचुरल सैलून एंड स्पा के भारत में लगभग 700 आउटलेट हैं और रिलायंस इसे चार-पांच गुना बढ़ाना चाहती है। यह बातचीत अभी शुरुआती दौर में है। आपको बता दें कि नेचुरल सैलून और स्पा चलाने वाली कंपनी ग्रूम इंडिया सैलून एंड स्पा है। कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर के लैक्मे ब्रांड और एनरिक सहित क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा करती है. Mukesh Ambani
20,000 करोड़ रुपये का कारोबार: भारत के 20,000 करोड़ रुपये के सैलून उद्योग में ब्यूटी पार्लर और नाई की दुकानों सहित लगभग 6.5 मिलियन लोग हैं। यह COVID-19 महामारी के दौरान सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक था.
What the CEO said: नेचुरल सैलून एंड स्पा के सीईओ सीके कुमारवेल ने कहा- कोविड ने हर व्यवसाय को प्रभावित किया है और सैलून शायद सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लेकिन पिछले सात महीनों में कारोबार काफी मजबूत रहा है। हालांकि, हम हिस्सेदारी कम कर रहे हैं, इसलिए यह कोविड के कारण नहीं है.
वहीं, रिलायंस रिटेल के प्रवक्ता ने इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी। प्रवक्ता ने कहा कि नीति के तौर पर हम मीडिया की अटकलों और अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करते हैं.