Halalpur : रानी कमलापति के लिए लालघाटी और हलालपुर किसी अभिशाप से कम नहीं था इसीलिए भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने इन दोनों स्थानों के नाम को परिवर्तित करने के लिए सीएम शिवराज सिंह से बातचीत की थी.
Halalpur : जिसके बाद सीएम शिवराज सिंह ने बड़ा फैसला लेते हुए भोपाल के लालघाटी और हलालपुर का नाम बदलने का फैसला किया है.
सिंगरौली। भोपाल लालघाटी के नाम को बदलने की सियासत गर्माने लगी है। भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के नाम को बदल रानीकमलापति रेलवे स्टेशन रखा गया। रही बात लालघाटी की तो सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लालघाटी और हलालपुर बस स्टेण्ड का नाम बदलने का प्रस्ताव नगर निगम भोपाल को दिया है। जहां नगर निगम भोपाल ने इसे परिषद में पारित भी कर दिया है। यह मामला फिर एक बार सुर्खियों मेंं आ गया है। प्रज्ञा ठाकुर के समर्थन में विधायक रामेश्वर शर्मा भी खुलकर सामने आ गये है. Halalpur
बता दे कि सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने हमेशा हिन्दुत्व की बात करती है और हिन्दुत्व को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। फिर एक बार भोपाल लालघाटी को लेकर चर्चाओ में आ गई है। सांसद ने कहा कि गुलामी का जो प्रतीक आज भी बने है उन्हे परिवर्तन करने की जरुरत है। हम इतिहास बदलने का दम रखते है और बदला भी जा सकता है। भोपाल के इतिहास को बदलने की जरुरत है उन्होने कहा कि हलालपुर बस स्टेण्ड का नाम हनुमानगढी रखा जाये और लालघाटी चौराहे पर कई हत्यायें हुई है. Halalpur
इसमे कई वीर और विरांगनायें शहीद हुये है इस लिये उन्हे याद कर नमन करे और चौराहे का नाम श्री महेन्द्र नारायण दास जी महाराज सर्वेश्वर चौराहा रखा जायें। प्रज्ञा ठाकुर ने निगम की मिटिंग में प्रस्ताव रखा था जिसे निगम अध्यक्ष ने दोनो प्रस्ताव को पारित किये जाने की बात कही है। वही इस प्रस्ताव के बाद विधायक भी समर्थन में उतरे और कहा कि यह अच्छा फैसला है कांग्रेस को हिम्मत हो तो विरोध करे जनता जबाब देंगी. Halalpur
जाने लालघाटी का इतिहास
भोपाल के हलालपुर व लालघाटी के इतिहास के बारे में जो बात बुद्धजीवीओं के द्वारा बताई गई है। वह बेहद चौकाने वाली है बताया जाता है कि लालघाटी की धरती का नाम लालघाटी कैसे पड़ा। यहा कौन शहीद हुआ था कितनी जानें गई थी इस पर बताते है कि लालघाटी पर रानी कमलापति के बेटे का बलिदान हुआ था. Halalpur
अफगान दोस्त मो.खान के नापाक इरादो के चलते रानी कमलापति का 14 वर्षीय बेटा नवल शाह 100 लड़ाको के साथ लालघाटी में युध्य करने गया था। इस युद्ध में मोहम्मद खान ने नवल शाह को मार दिया था। इस जगह पर इतने लोग शहीद हुये थे कि जमीन पर खून की धार बह रही थी और धरती लाल हो गर्ई जिसके चलते लालघाटी के नाम से विख्यात हो गया. Halalpur