mp politices: विधानसभा चुनाव मिशन 2023 के लिए भाजपा ने बड़ी रणनीति चलना शुरू कर दी है विधानसभा चुनाव जीतने के लिए रूठे नेताओं को मनाने के लिए दिग्गज नेताओं को भाजपा ने जिम्मेदारी सौंप दी है प्रदेश में हाशिए पर चले गए भाजपा नेताओं की फिर से पूछ परख बढ़ाने के लिए 14 वरिष्ठ नेताओं को प्रदेशभर में डूबते नेताओं को मनाने के लिए जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
mp politices: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में उन नेताओं की पूछ परख बढ़ने वाली है जब तक चुनाव नहीं रहता तब तक इन नेताओं की पूछ परख भाजपा के द्वारा नहीं की जाती है जब भी विधानसभा या लोकसभा चुनाव आता है तो हाशिए पर चले गए नेताओं की पूछ परख फिर से बढ़ जाती है यह सही नहीं साबित होता है कि भाजपा में वरिष्ठ नेताओं को अब पूरी तरीके से दरकिनार कर दिया गया है अगर चुनाव में आता तो इन नेताओं की पूछ परख शायद ना होती यही वजह है कि विधानसभा चुनाव होने जा रहा है जिसको लेकर अब रूठे नेताओं को मनाने के लिए पार्टी हाईकमान ने मध्य प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है।
जानकारी के अनुसार बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर को इंदौर भोपाल सीहोर की जिम्मेदारी दी गई है इसी तरह राकेश सिंह को नर्मदा पुरम बैतूल मंडला और प्रभात झा को खरगोन बुरहानपुर की जिम्मेदारी मिली है गोपाल भार्गव को छिंदवाड़ा बालाघाट सिवनी मैं दूसरे नेताओं को मनाने के लिए तैयार किया गया है कहा जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय को जबलपुर घाट रीवा सतना की कमाल दी गई है जय भान सिंह पवैया को उज्जैन शाजापुर देवास और माखन सिंह को गुना शिवपुरी श्योपुर और कृष्णा मुरारी मोघे को विदिशा रायसेन सागर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बताया जाता है कि सत्यनारायण जटिया को रतलाम मंदसौर नीमच और फग्गन सिंह कुलस्ते को झाबुआ अलीराजपुर दिया गया है माया सिंह को राजगढ़ नरसिंहपुर दतिया की जिम्मेदारी मिली है इसी तरह लाल सिंह आर्य को टीकमगढ़ कटनी पन्ना छतरपुर दिया गया है सुधीर गुप्ता को ग्वालियर भिंड मुरैना की जिम्मेदारी दी गई है राजेंद्र शुक्ला को सीधी सिंगरौली अनूपपुर उमरिया शहडोल की जिम्मेदारी सौंपी गई है।mp politices:
कहा जा रहा है कि भाजपा विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी रणनीति तैयार कर ली है साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की प्रमुख पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई है चुनाव के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक दलों को अपनों से ही खतरा है बीजेपी कांग्रेस अपनों को मनाने की तैयारी में है क्योंकि चुनावी साल में उनके अपने ही बाधक बन सकते हैं यही वजह है कि वरिष्ठ नेता जिले के दौरे कर 15 अप्रैल तक संगठन के सामने रिपोर्ट पेश करेंगे। mp politices: