Singrauli news: सिंगरौली। जिले की नामचीन चौकी जयंत में आखिर कौन है सीआईडी। इसकी धाक ऐसी है कि कोयला कारोबारियों से प्रतिमाह इंट्री वसूली के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए की वसूली कर रहा है। इस बात की चर्चा सरेराह जयंत में चल रही है और जिले के कप्तान को इसकी भनक तक नही है।
Singrauli news: गौरतलब हो कि जयंत चौकी क्षेत्र की बात करें तो इस क्षेत्र में कोयला,कबाड़ व डीजल का पनाहगार हमेशा से माना गया है। इस चौकी के लिए लोग दाव लगाते हैं। जिसका जितना बड़ा ओहदा उसकी तरीके से इस चौकी के लिए पैसे की दाव खेली जाती है। उसकी सबसे बड़ी वजह बताई जाती है कि जयंत चौकी वह खान है जो मालामाल बना देती है। यही वजह है कि जयंत चौकी क्षेत्र में खुलेआम गोरखधंधा चल रहा है। सूत्रों की बातों पर गौर करें तो जयंत चौकी क्षेत्र में कोल वाहनों व रेत व ईटा के वाहनों से प्रतिमाह खुलेआम इंट्री की वसूली की जा रही है।
Singrauli news: बताया जाता है कि इस इंट्री की वसूली में दो चौकी प्रभारी के कारखास लगे हुए हैं। इन कारखासों को सिर्फ वसूली की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिनका कहीं ड्यूटी नही लगाई जाती है। अगर ड्यूटी लगाई भी गई तो इन्हें इंट्री वसूली के लिए विशेषतौर पर रखा गया है। इन इंट्री वसूलीकर्ताओं के चलते यह बात चर्चाओं में आ गई है। हर जगह सुनने को मिलने लगा है कि जयंत चौकी के दो ऐसे जवान हैं जो खुलेआम इंट्री वसूली में संलिप्त है। जिसकी भनक जिले के अधिकारियों को नही है। जबकि चौकी प्रभारी अपने आप को पाक साफ बताते हैं। क्या जो खेल चल रहा है इसकी भनक इनको नही है। या फिर जानबुझकर अधिकारियों को भ्रमित कर रहे हैं। जो भी हो लेकर जयंत में हो रही इंट्री वसूली को लेकर पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं पुलिस कप्तान की ओर लोगो की नजर डटी हुई है। आखिर ऐसे चौकी प्रभारी पर आला अधिकारी मेहरबानी क्यों दिखा रहे हैं। यह बात समझ से परे लग रही है।
सीआईडी को मिली कोयला की जिम्मेदारी
सूत्र बताते हैं कि जयंत क्षेत्र में चलने वाले कोल ट्रांसपोर्ट वाहन पर निगरानी रखने के लिए सीआईडी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जयंत क्षेत्र में कितने कोल वाहन चल रहे हैं और किस-किस ट्रांसपोर्टर के हैं इसकी विधिवत लेखा-जोखा किया जाता है। और जब महीने का समय बीत जाता है तो सीआईडी के द्वारा भी कोल वाहनों से प्रतिमाह 20 से 30 हजार की उगाही की जाती है। इनका सिर्फ कोल वाहनों की ही जिम्मेदारी प्रभारी के द्वारा सौंपी गई है।Singrauli news
रेत,बोल्डर के वसूली में एक आरक्षक शामिल
चर्चा तो यह भी है कि जिस तरीके से सीआईडी को कोल वाहनो की जिम्मेदारी दी गई है,उसी तरीके से जयंत क्षेत्र में चलने वाले रेत,बोल्डर व ईट भठ्ठो सहित अन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एक आरक्षक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन दो कारखासों के द्वारा क्षेत्र के गतिविधियों पर नजर रखी जाती है। इनके भी मुखबिर लगे होते हैं। इन मुखबिरों से जानकारी एकत्रित की जाती है कि आखिर किन-किन जगहों पर कौन-कौन से धंधे चल रहे हैं। कुछ इस तरह का हाल जयंत चौकी क्षेत्र में चल रहा है। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि इन काले कारोबार की जानकारी चौकी प्रभारी के इशारे पर किया जा रहा है। भले ही इसकी भनक पुलिस के बड़े अधिकारियों को न हो। लेकिन जयंत पुलिस के इस क्रियाकलाप को लेकर क्षेत्र में काफी चर्चा हो रही है।Singrauli news
इनका कहना है
अगर इस तरह की गतिविधि हो रही है और गलत तरीके से लोगो को परेशान किया जा रहा है तो सही सबूत हाथ लग जाएंगे तो अवश्य कारवाई की जाएगी।
शिवकुमार वर्मा
एएसपी,सिंगरौली