CM: सीधी जिले (sidhi disstrict) में संचालित पशु चिकित्सालय एवं पशु औषधालय सहित दूरदराज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्र आज भी बदहाली की स्थिति में हैं. जहां पहले बनाए गए चिकित्सालय (chikitsaalaya) में स्वास्थ्य विभाग(health department) की ओर से आज तक कोई डॉक्टर (doctor) पहुंचा ही नहीं. लाखों की लागत से बना खाली पड़ा भवन (bhawan) बदहाली की हालत में पहुंच चुके हैं.
CM: सीएम शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) भले ही पशु चिकित्सालय सहित स्वास्थ्य केंद्र उप स्वास्थ्य केंद्र बना दिए गए हैं. लेकिन इन पर अभी भी डॉक्टरों सहित अन्य स्टाफ (staff) की भारी कमी है ऐसे में स्वास्थ्य चिकित्सा की आशा करना बेईमानी होगा. गांव की जिम्मेदारी एनएम(nm) के हवाले कर दिए है. जो सिर्फ बायो ग्रुप (bio group) से 12वीं पास है.
बता दें कि सीधी जिले में सीधी पशु चिकित्सालय की बात करें तो वर्तमान की स्थिति में तेरा चिकित्सक पद स्वीकृत है लेकिन यहां 11 पद खाली हैं. इसी तरह जिले में तीन गर्भाधान केंद्र संचालित हैं जिनमें स्वीकृत पद के अनुसार पदस्थापना की गई है. सीधी जिले में 24 पशु चिकित्सालय एवं 41 वर्ष और सुधारों का संचालन किया जा रहा है. CM
लेकिन आधे से अधिक चिकित्सालयों एवं और श्रद्धालुओं में उपचार के लिए डॉक्टर नहीं है. लिहाजा लोग पदस्थ अन्य कर्मचारी बीमारू पशुओं का उपचार काम चलाओ करते हैं .यदि विचार ठीक हो गया तो ठीक है अन्यथा और ज्यादा स्थिति गंभीर होने पर उन्हें सीधी मुख्यालय भी जाना पड़ता है. CM
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 18 पशु चिकित्सक एवं 74 सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारीयों की पदस्थापना जिले में हो जाए तो पशुओं के इलाज के लिए हो रही समस्या पूरी तरह से ठीक हो सकती है. स्वीकृत पद के अनुसार पशु चिकित्सालय एवं पशु और श्रद्धालुओं में पदस्थापना ना होने के कारण पशुपालकों को अपने बीमार मवेशी के उपचार के लिए भटकना पड़ता है. CM