prince group waidhan was in the middle of alcohol at an arbitrary price
Prince : सिंगरौली – आबकारी विभाग की सुस्ती या यूं कहें कि सांठगांठ के चलते शराब ठेकेदारों की दादागिरी बढ़ती जा रही है ठेकेदार मनमानी शराब बेच रहे हैं और ग्राहकों की शिकायत को भी अनसुना कर रहे हैं इसी का नमूना अगर देखना हो तो सिंगरौली जिले के बैढ़न स्थित प्रिंस ग्रुप दुकान पर देखने को मिल सकता है.
Prince : प्रदेश सरकार को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि शराब कारोबारी एमआरपी से ज्यादा रेट ऊपर शराब की बिक्री करते हैं जहां आबकारी विभाग ने यम पी शराब नीति के तहत निर्देश जारी किए थे कि अगर कोई दुकानदार एमआरपी से अधिक शराब बेचता है तो उस पर कार्यवाही की जाएगी लेकिन सिंगरौली में यह नियम लागू नहीं है.
बता दें कि बैढ़न बस स्टैंड में प्रिंस ग्रुप शराब दुकान का संचालन कर रही है यहां संचालक मनमानी तरीके से एमआरपी से ज्यादा रेट पर शराब बेचते हैं. ऑफिसर चॉइस का क्वार्टर 140 का 170 में, बैगपाइपर का क्वार्टर 140 का 170 में गोवा का 100 का क्वार्टर 130 में, माइलस्टोन का 140 का क्वार्टर 170 में , लीजेंड का 130 का क्वार्टर 170 में गुंडागर्दी के साथ बेच रहे हैं. यदि पहुंचे ग्राहक कोई आपत्ति दर्ज करते हैं तो कर्मचारी साफ तौर पर कहते हैं कि लेना है तो लो नहीं आगे बढ़ो. Prince
जिले के प्रिंस ग्रुप संचालक आबकारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं दुकानों में ना तो रेस्ट लिस्ट लगी है और ना ही एमआरपी पर बेच रहे हैं. ग्राहक ने जब एमआरपी से ज्यादा शराब बेचने का कारण जानना चाहा तो कर्मचारी ने नए नियमों का हवाला दिया जब ग्राहक ने पूछा रेट लिस्ट कहां है तो बोले बाजू में लगा है. Prince
रसीद मांगने पर कहा रसीद काटते रहेंगे तो दारू कब बेचेंगे. ग्राहक ने जब आपत्ति आबकारी नियमों का हवाला देकर की गई तो ठेकेदार के गुर्गे बेधड़क होकर बोले जाकर कलेक्टर को बताओ, सीएम को बताओ. ऐसे में अब एक बात तो साबित हो गई है कि शराब ठेकेदारों में आबकारी अधिकारी और कलेक्टर का बिल्कुल खौफ नहीं है. Prince