MP : Singrauli जिले का एक्यूआई वैल्यू पहुंचा 374 के करीब,प्रदूषण नियंत्रण अमला बेफिक्र, प्रदूषण का स्तर बेहद चिंताजनक,गोंदवाली क्षेत्र में प्रदूषण का सर्वाधिक असर
MP : Singrauli सिंगरौली 5 नवम्बर। जिले का पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गयी है। जिले का एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू 374 शनिवार की शाम तक पहुंच गया। इसके बावजूद पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण अमला बेफिक्र नजर आ रहा है। प्रदूषण फैलाने वालो पर अधिकारियों की दरियादिली समझ से परे नजर आ रही है.
गौरतलब हो कि सिंगरौली जिला दिल्ली शहर व पंजाब प्रांत से भी पर्यावरण प्रदूषण के मामले में बेहद खराब स्थिति में पहुंच रहा है। दिल्ली, पंजाब इन दिनों पर्यावरण को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। यही हाल सिंगरौली क्षेत्र का है। जहां लगातार पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति दिनों-दिन चिंताजनक होती जा रही है। आज शनिवार को सिंगरौली का एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू 374 पहुंच गया है। प्रदूषण नियंत्रण अमला इसे बेहद खराब स्थिति में मानता है, लेकिन आरोप है कि सिंगरौली के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी का बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए कोई रूचि नहीं दिख रही है।

लिहाजा जिले का पर्यावरण प्रदूषण सबको चिंता में डाल दे रहा है। लगातार एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू बढ़ रहा है। इसके बावजूद अधिकारी बेफिक्र मंद हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी इस मामले में अंजान बनकर एसी से बाहर निकलना पसंद नहीं कर रहे हैं। सिंगरौली के औद्योगिक कंपनियों की चकाचौंध सेवा सत्कार के आगे प्रदूषण नियंत्रण अमला आंख, कान दोनों बंद कर लिया है। यहां के पर्यावरण से जुड़े जानकार बताते हैं कि आने वाला समय और बद् से बद्तर होगा। सिंगरौली इलाके में रहना मुश्किल हो जायेगा। पर्यावरण प्रदूषण के चलते लोग तरह-तरह के बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।

गोंदवाली, बरगवां कोलयार्ड एरिया के आस-पास की जमीनें बंजर होती जा रही हैं। यहां की खेती बाड़ी भी चौपट हो रही है। जिम्मेदार अधिकारी सब कुछ जानते हुए प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों एवं कोल यार्ड के ठेकेदारों पर दरियादिली दिखा रहे हैं। संबंधित अमले के दरियादिली का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। फिलहाल सिंगरौली क्षेत्र का प्रदूषण लेवल बेहद चिंताजनक होने पर लोगबाग काफी चिंतित नजर आ रहे हैं और सुस्त विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों पर तरह-तरह के आरोप लगाते हुए कोसने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
गोंदवाली में कोयले का डस्ट बना गले का फास
बरगवां क्षेत्र के गोंदवाली में बाइक से चलना भी मुश्किल हो गया है। कोलयार्ड के संविदाकारों की लापरवाही के कारण जहां आस-पास की फसलें कोयले के डस्ट से चौपट हो जा रही हैं। वहीं सड़क पर कोयले का डस्ट इस तरह उड़ता है कि सामने से आ रहे वाहन डस्ट के धुंध के आगे भी नजर नहीं आते। यह समस्या आज से नहीं कुछ सालों से है। लेकिन कोयले के कारोबारियों पर नकेल कसने से प्रदूषण नियंत्रण अमला परहेज कर रहा है।
कसर ओवरब्रिज के नीचे भरा है लबालब पानी
चितरंगी ब्लाक के कसर रेलवे ओवरब्रिज के नीचे बस्तियों का पानी इस तरह भरा हुआ है कि पैदल की बात दूर दो चका वाहन से भी चलना मुश्किल हो गया है। ओवरब्रिज के नीचे बाइक सवार रोजाना लोग कीचड़ व गंदे पानी से गुजर रहे हैं। यह समस्या कई महीने से है किन्तु रेलवे अमला पानी निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर रहा है। जिसके कारण बस्तियों का पानी ताल-तलैया की तरह जमा है। लोगबाग इस व्यवस्था से त्रस्त होकर प्रशासन को भी कोस रहे हैं।