डेढ़ सौ से अधिक शिक्षक जिले को कर चुके हैं बाय-बाय
771 शिक्षकों ने स्वैच्छिक स्थानांतरण के लिये किया आवेदन, 610 को मिली मंजूरी
सिंगरौली 5 नवम्बर। लोक शिक्षण संचालनालय म.प्र.भोपाल के द्वारा शिक्षकों के स्वैच्छिक स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद जिले से 771 शिक्षकों ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था। जिनमें से अब तक 610 शिक्षकों को मंजूरी मिल पायी है। वहीं 157 ऐसे शिक्षक जो सिंगरौली जिले को छोड़ अन्य जिलों में जाना चाहते थे और उनके स्थानांतरण के आवेदन को स्वीकार कर लिया गया था उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा जिले से रिलीव कर दिया गया है।
दरअसल शिक्षा विभाग में स्वैच्छिक स्थानांतरण नीति की प्रक्रिया शुरू होने के उपरांत सिंगरौली जिले के उच्च माध्यमिक, माध्यमिक एवं प्राथमिक स्तर के 771 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था। जहां लोक शिक्षण संचालनालय म.प्र.भोपाल के द्वारा 610 शिक्षकों के स्वैच्छिक स्थानांतरण को मंजूरी दी गयी। जिनमें से 157 अन्य जिलों में जाने वाले शिक्षक भी शामिल हैं। जिन्हें स्वीकृति मिलने के बाद तत्काल प्रभाव से जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह के द्वारा रिलीव कर दिया गया है।
वहीं जिला स्तर पर स्वैच्छिक स्थानांतरण की अनुमति पाने वाले शिक्षकों को भारमुक्त करने का कल अंतिम तारीख है। जिसके बाद ही पता चल पायेगा कि बैढऩ, देवसर व चितरंगी विकासखण्ड के कितने शिक्षक व शिक्षिकाएं इधर से उधर किये गये हैं। हालांकि विद्यालय संचालन के समय शासन के स्वैच्छिक स्थानांतरण नीति के कारण शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं के इधर से उधर किये जाने से इसका असर स्कूली बच्चों के पढ़ाई पर व्यापक पैमाने पर पड़ रहा है।