Friday, April 26, 2024
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Singrauli news: माफियाओं का साथ सबका विकास,जयंत खदान में पुलिस के शह पर कोयले का हो रहा खेल ?

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Singrauli news: सिंगरौली -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को सोने का चिड़िया बनाना चाहते हैं तो वहीं उन्होंने नारा दिया कि सबका साथ सबका विकास हो लेकिन सिंगरौली जिले के जयंत चौकी में प्रधानमंत्री के इस नारे के मायने बदल गए. यहां माफियाओं का साथ और सबका विकास का नारा सटीक बैठ रहा है.जी हां यहां एनसीएल की जयंत परियोजना से कोयला चोरी में पुलिस सबसे बड़ा खेल कर रही है. पुलिस की मिलीभगत से कारोबार पर अंकुश लगाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. हालांकि जयंत थाना कोयला,कबाड़ और डीजल चोरी को लेकर पहले से ही बदनाम रहा है.

बता दें कि नया साल शुरू होने वाला है कलेंडर बदल जाएगा. चौकी प्रभारी भी समय-समय पर बदलते रहते हैं नहीं बदलता तो कोयला,कबाड़ और डीजल माफिया. यह कोयला,कबाड़ और डीजल माफिया लंबे अरसे से जयंत खदान को अपना ठिकाना बनाए हैं. चौकी प्रभारी कोई भी आए लेकिन गुलाबी नोटों का नशा इतना ज्यादा रहता है की देशभक्ति और जन सेवा के मायने बदल जाते हैं. सूत्र बताते हैं कि कोयले की इस खेल में कोयला माफिया, एनसीएल का कांटा बाबू ,जी एम और पुलिस बराबर के पार्टनर होते हैं.जयंत खदान से हर रोज कोयले से भरे ट्रेलर बहनों को फर्जी कागजात से वाराणसी भेजा जा रहा है. और एनसीएल को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं. Singrauli news

चौकी प्रभारी बदले,माफिया और व्यवस्था नहीं

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नया साल लगने वाला है, कलेंडर बदल जाएंगे, समय समय पर व्यवस्था के अनुसार चौकी प्रभारी भी बदल जाते हैं, लेकिन कोयला माफिया वहीं रहते हैं. इसे क्या कहूं नया साल, वही तो है पुराना कोयले का खेल, ऐसे कैसे कहूं कि व्यवस्थाएं सही हो गई है.जयंत चौकी में प्रभारी जरूर बदलते हैं लेकिन कोयला चोरी का बदस्तूर खेल पहले की तरह चलता रहता है. इन दिनों कोयला चोरी का तरीका थोड़ा जरूर बदला है. इसे जरूरत कहे या समय की मांग लेकिन इस खेल में सब मालामाल हो रहे हैं.Singrauli news

सबकी नजर में जयंत चौकी

एनसीएल के जयंत परियोजना के सीने में जयंत चौकी हैं. मकसद जयंत खदान से कोयला,कबाड़ और डीजल की चोरी रोकना है. लेकिन एनसीएल के अधिकारी कुछ सफेदपोश और खाकी की सरपरस्ती में इस चौकी के उद्देश्य बदल गए हैं. यहां सब का टारगेट कोयला,कबाड़ और डीजल की चोरी रोकना नहीं बल्कि कोयला,कबाड़ और डीजल की चोरी को बढ़ाना है. यह जिले का सबसे कमाऊ पूत हैं. यहां जो 6 महीने चौकी प्रभारी रह जाता है तो वह किसी एसपी से कम रुतबा नहीं रखता. इस बात का एहसास सभी को है. Singrauli news

नाम बदलकर हो रही वेजा वसूली !

जयंत इलाके में कोयला कबाड़ और डीजल के नाम पर अवैध वसूली हो रही है यह सब कोड वर्ड से होता है. पुलिसकर्मी अपना नाम छुपाने के लिए निकनेम रखे हैं वसूली के दौरान वह कोडवर्ड का इस्तेमाल करते हैं किसी पुलिसकर्मी का नाम सीआईडी तो किसी का नाम लकी तो किसी का नाम बल्ली रखा गया है. ऐसे में यदि कोई वसूली से परेशान शख्स यदि ऑडियो कॉल रिकॉर्ड भी करता है तो पुलिसकर्मी की पहचान नहीं हो पाती. सूत्र बताते हैं कि जयंत चौकी की कमान संभालने के बाद वह वसूली के खेल को अंजाम देने के लिए यह पैंतरा अपनाया है. कहा तो यह भी जा रहा है कि अवैध वसूली के लिए पुलिस फिल्मी स्टाइल से काम कर रही है. Singrauli News


पुलिस व ट्रांसपोर्टरों का गठजोड़


कोयला चोरी के मामले में पुलिस व ट्रांसपोर्टरों का बड़ा मजबूत गठजोड़ है। यही कारण है कि 8-10 ट्रेलर वाहन फर्जी कागजात से आसानी से पार कर दिया जाता है। इससे एनसीएल को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। सूत्र बताते हैं कि कुछ नामचीन ट्रांसपोर्टरों की मिलीभगत से चौकी पुलिस इस कारोबार को आसानी से अंजाम देती है। ट्रांसपोर्टर भी कमार्ई के फेर में पुलिस की बात को खुशी खुशी माल लेते हैं बल्कि पुलिस के संरक्षण में कोयला चोरी करते हैं.Singrauli news

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