Singrauli news:के.के.स्पंज के एफडी का मामला गरमाया,आखिर कैसे हो गयी चोरी,परिषद की बैठक में हुआ खुलासा,पूर्व कमिश्रर व ईई पर खड़े हो रहे सवाल,जवाब भी संदेहास्पद
Singrauli news: सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली के सिवरेज के कार्य करने वाली केके स्पंज कंपनी के एफडी चोरी का मामला गरमाने लगा है। एक तरफ एफडी होने की बात हो रही थी वहीं परिषद की बैठक में खुलासा हो गया कि एफडी धीरे-धीरे चोरी हो गई। लेकिन अब यह मामला काफी तूल पकड़ लिया है। इस पूरे खेल में पूर्व ननि के कमिश्रर व कार्यपालन यंत्री के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है। क्योंकि परिषद की बैठक में जिस तरीके से कार्यपालन यंत्री ने जवाब दे रहे थे उनका जवाब संदेहास्पद लग रहा था.Singrauli news
गौरतलब हो कि नगर पालिक निगम सिंगरौली के द्वारा नगर निगम के एक से लेकर 45 वार्डो में सिवरेज लाइन का काम कराया गया था। यह कार्य केके स्पंज कंपनी के द्वारा हुआ था। जब से कंपनी ने कार्य करना शुरू किया था तभी से विवादों में रही है। सिवरेज लाइन के नाम पर लाखों-करोड़ो का खेल खेलने वाली कंपनी जिस तरीके से घटिया सिवरेज का कार्य कराई है उस पर भी कई बार सवाल खड़े किए गए थे। लेकिन नगर निगम सिंगरौली के तत्कालीन कमिश्रर स्व.आरपी सिंह व कार्यपालन यंत्री व्हीपी उपाध्याय के छत्र छाया में केके स्पंज संविदाकार अपनी मनमानी पर उतारु होकर निर्माण कार्य करा रहा था.Singrauli news
अगर कोई एसडीओ या उपयंत्री जांच भी करते थे तो उनकी अवकात संविदाकार के सामने जीरो रहती थी। क्योंकि संविदाकार के ऊपर जिम्मेदार अधिकारियों का साया था। तभी तो साढ़े पांच करोड़ की एफडी अपने आप कैसे गायब हो गई यह बात पूरी तरीके से संदेहास्पद लग रही है। यह कोई चलने वाली चीज तो थी नही यह एफडी थी. जो नगर निगम में जिम्मेदार अधिकारियों के देखरेख में नस्ती बनाकर रखी हुई थी। लेकिन केके स्पंज पर नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी इस कदर मेहरबान थे कि नगर निगम के खजाने में भी सेंधमारी कर संविदाकार को लाभ देने में कोई कोर कसर नही छोड़े. Singrauli news
जब यह मामला नगर निगम के परिषद बैठक में उठा तो कार्यपालन यंत्री व्हीपी उपाध्याय के पैरो तले से जमीन खिसक गई। कि आखिर यह मुद्दा कहां से उठ गया। जब परिषद अध्यक्ष ने जवाब चाहा तो कार्यपालन यंत्री को पसीने आ गए थे। जवाब देने में जो समय लगाए लेकिन जवाब भी ऐसा दे दिए कि हंसी होने लगी। परिषद की बैठक में मौजूद अधिकारी के साथ-साथ सिंगरौली विधायक रामलल्लू बैस भी मौजूद थे। जहां कार्यपालनयंत्री ने कह दिया कि एक एफडी धीरे-धीरे चोरी हो गई। यहां तक कह दिया कि मै उस समय नही था। आखिर क्या हुआ मुझे नही पता। इस तरह के जवाब सुनकर परिषद के सदन में पार्षद खिलखिलाकर हंसने लगे.Singrauli news
30 वर्ष से जमे रहने का छाया मुद्दा
परिषद की बैठक में जब कार्यपालन यंत्री व्हीपी उपाध्याय एफडी मामले में संदेहास्पद जवाब दे रहे थे। तभी बैठक में मौजूद किसी पार्षद ने कहा कि 30 वर्षो से यहीं पर जमे हैं। कई ऐसे अधिकारी-कर्मचारी है जो लंबे समय से नगर निगम सिंगरौली में पदस्थ है। उनकों भी यहां से तत्काल हटाया जाए और इनके कार्यो की विधिवत जांच होनी चाहिए। बता दें कि नगर निगम सिंगरौली में कई ऐसे अधिकारी हैं जो वर्षो से जमे हैं और यहां अपना सुरक्षित करोड़ो-अरबो का ठिकाना बना लिए हैं.Singrauli news
11 लाख में हो गया खेला
नगर निगम से जुड़े सूत्रों की बात माने तो केके स्पंज कंपनी पर इस कदर मेहरबानी दिखाई गई कि नगर निगम में रखी एफडी को भी अधिकारियों ने ठेकेदार के हवाले कर दिया। जब ऐसे अधिकारी नगर निगम की संपत्ति को अपने फायदे के लिए लूटा रहें हैं तो सिंगरौली क्षेत्र का या जनता का विकास कैसे करेंगे। सूत्र तो यह भी बतातें हैं कि यह एफडी अपने आप गायब नही हो गई है इसे गायब कराने में एक अधिकारी ने 6 लाख रुपए लिए थे और दूसरे अधिकारी ने 5 लाख। इतना पैसा लेने के बाद एफडी को चोरी छिपे निकालकर दिया गया था.Singrauli news