Salman-Shahrukh Aamir’s bid at the donkeys fair in Satna, Katrina-Kareena’s demand
Satna : यहाँ सलमान-शाहरुख और आमिर नाम से गधो को बेचा जाता हैं कटरीना-करीना को देखने के लिए भीड़ खूब उमड़ती हैं.कहते है की मुगल शासक औरंगजेब की सेना में जब रसद और असलहा ढोने वालों की कमी होने से परेशान हो गया था. तब पूरे क्षेत्र से खच्चरों-गधों को इसी मैदान में एकत्रित कर गधे-खच्चर खरीदे गए थे.
Satna : आप ने बचपन में मेले और बाजार तो बहुत देखे सुने और घूमें होंगे मगर कम ही लोग होगें जो कभी गधों का मेला देखा होगा. जी हां, भले ही आप इस मेला या बाजार के बारे में पहली बार सुन रहे हैं लेकिन देश में इकलौता गधों का बाजार मध्य प्रदेश के सतना (Satna) जिले की धार्मिक नगरी चित्रकूट (Chitrakoot) में हैं. जहां दीपावली के अवसर पर कई वर्षों से यह ऐतिहासिक मेला बाजार लगता चला आ रहा है.यहाँ सलमान-शाहरुख और आमिर नाम से गधो को बेचा जाता हैं कटरीना-करीना को देखने के लिए भीड़ खूब उमड़ती हैं.
दीपावली के दूसरे दिन मध्य प्रदेश के सतना में चित्रकूट में गधे का मेला लगता है। सलमान-शाहरुख और आमिर को मेले में बेचा जाने वाला सबसे महंगा गध कहा जाता था, जिसके लिए उनके मालिकों को 190,000 रुपये मिलते थे। बाकी गधों को 30,000 रुपये से 60,000 रुपये के बीच बेचा गया.इस मेले में सलमान-शाहरुख और आमिर नाम के गधो की बोली लगती हैं. जिसकी कीमत लाखो में हैं यह अन्य गधो की तुलना में अधिक मजबूत और हष्ट पुष्ट और ताकतवर दिखते हैं! Satna
इस मेले की खासियत यह है कि इसकी शुरुआत मुगल शासक औरंगजेब ने की थी।सलमान-शाहरुख और आमिर नाम के गधे इस मेले में आकर्षक का केंद्र होते हैं. और कीमतों के चलते सुर्खियों में रहते हैं. सतना जिले की चित्रकूट नगर पंचायत इस मेले का आयोजन करती है। इस बार मेले में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश ही नहीं बिहार, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों के व्यापारी पहुंचे हैं. मेले में पांच हजार से ज्यादा गधे और खच्चर बेचने आए थे। दिलचस्प बात यह है कि इस मेले में गधों को खरीदने और बेचने वालों से ज्यादा संख्या में लोग आते हैं. Satna
नाम इस गधे को खास बनाता है

गधों और खच्चरों ने मुगल सेना में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। औरंगजेब चित्रकूट मेले से अपनी सेना के लिए गधों और खच्चरों को लाया। इससे इसका महत्व बढ़ जाता है। कई व्यापारी अपने गधों का नाम फिल्मी सितारों के नाम पर रखते हैं और यही पहचान उन्हें आम से अलग करती है।यहाँ सलमान-शाहरुख और आमिर कटरीना-करीना की डिमांड खूब रहती हैं. इस मेले में अच्छी नस्ल के गधों और खच्चरों की बिक्री बढाने के लिए व्यापारी फ़िल्मी सितारों के नाम पर ग्राहकों को अपने पास आने के लिए मजबूर करते है. Satna
प्रत्येक गधे के लिए प्रवेश शुल्क
गधों के मेलों में गधों को बेचने के लिए प्रवेश शुल्क लिया जाता है। चित्रकूट नगर पंचायत प्रत्येक गधे के लिए 300 रुपये का प्रवेश शुल्क लेती है। इसी तरह एक पेग के लिए 30 रुपये चुकाने पड़ते हैं। फिर गधे के लिए बोली लगाई जाती है और कीमत गधे की नस्ल और स्वास्थ्य के आधार पर निर्धारित की जाती है। इस मेले में हर साल औसतन तीन से चार हजार गधे बेचे जाते हैं. Satna