Friday, April 26, 2024
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देशी-विदेशी शराब दुकानों से रेट सूची गायब! खेमराज बने सफेद हाथी ? कर्मचारियों की कमी का रो रहे रोना

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देशी-विदेशी शराब दुकानों से रेट सूची गायब!
आबकारी अधिकारी बने अंजान,जगह-जगह शराब की कराई जा रही पैकारी,नाम मात्र की हो रही कार्रवाई,कर्मचारियों के कमी का रोना रो रहे अधिकारी


सिंगरौली 1 नवम्बर। जिले में संचालित शराब की कम्पोजिट दुकानों में आज तक रेट सूची नहीं लगायी गयी है। जिससे दुकान संचालक मनमानी रेट पर शराब की बिक्री करने पर उतारू हैं। कई बार इसकी जानकारी आबकारी अधिकारी को भी दी गयी, लेकिन आबकारी अधिकारी मामले पर चुप्पी साधे बैठे हुए हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या आबकारी अधिकारी खेमराज श्याम सफेद हाथी हो गए हैं वह सरकार के बनाई गाइडलाइन का खुला उल्लंघन करवा रहे हैं।


दरअसल जिले में संचालित शराब की कम्पोजिट दुकानों में आज तक रेट सूची नहीं लगायी गयी है। लिहाजा दुकानों के संचालक ग्राहकों से मनमानी रेट वसूलकर शराब की बिक्री कर रहे हैं। जिसकी शिकायत कई बार की जा चुकी है। लेकिन अब तक विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। इतना ही नहीं विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से शराब के कई ठेकेदार शराब के बिक्री गांवों में पैकारी कराते हुए करवा रहे हैं।

इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो गढ़वा व बगदरा क्षेत्र से शराब की पैकारी यूपी तक करायी जा रही है। लेकिन विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है। जिससे प्रदेश सरकार को सालाना करोड़ों रूपये का टैक्स का नुकसान हो रहा है। जिससे सरकार की किरकिरी हो रही है। वहीं सूत्रों की मानें तो कम्पोजिट दुकानदार बिना किसी परमिशन के अपनी दुकानों के आगे पीछे अहाता भी चला रहे हैं। जबकि नियम के तहत कम्पोजिट शराब दुकानों में अहाता चलाने के निर्देश नहीं हैं। इतना ही नहीं शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों के एक-एक गांवों में शराब की अवैध रूप से व्यापक पैमाने पर पैकारी करायी जा रही है। जिसको लेकर कई बार शिकायतें भी कलेक्टर तक पहुंची हैं। लेकिन विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं।

यदि विभाग के अधिकारी को मामले की जानकारी दी भी जाती है तो भी उनके माध्यम से किसी भी तरह की संबंधित के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती। लिहाजा आबकारी विभाग के अधिकारी लगातार सवालों के घेरे में आते चले जा रहे हैं। वहीं विभाग के द्वारा केवल नाम मात्र की कार्रवाई की जा रही है। यदि कार्रवाई के संबंध में आबकारी अधिकारी खेमराज श्याम से कहा भी जाता है तो उनके द्वारा विभाग में कर्मचारियों की कमी का रोना रोया जाता है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं का नशे के प्रति झुकाव को लेकर परेशान परिजन कई बार इसकी शिकायत कलेक्ट्रेट एवं एसपी कार्यालय में भी कर चुके हैं।

ठेला,गोमती व किराना की दुकानों में मिल रही शराब
जिले में आबकारी विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों के सुस्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में संचालित ठेला, गोमती व किराना की दुकानों में व्यापक पैमाने पर अवैध शराब की बिक्री जगह-जगह की जा रही है। लेकिन विभाग के अधिकारी को यह सब नजर नहीं आता। आये भी कैसे? क्योंकि साहब ज्यादा समय तक दफ्तर में बैठकर या फिर बैढऩ स्थित शराब गोदाम में देखे जाते हैं। यदि आबकारी अधिकारी के द्वारा शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में खुलेआम भ्रमण किया जाय तो निश्चित ही विभाग की करतूतों के कई मामले सामने आ जायेंगे। इतना ही नहीं विभाग के कई अधिकारियों की मिलीभगत से ही शराब ठेकेदार जगह-जगह देशी-विदेशी शराब की पैकारी करा रहे हैं।

इनका कहना है
मामले को लेकर जब नवभारत संवाददाता के द्वारा आबकारी अधिकारी से बात की गयी थी उनका कहना था कि लगातार कार्रवाईयां की जा रही हैं। रेट लिस्ट व अहाते खोले जाने को लेकर उन्होंने किसी तरह का कोई जबाव नहीं दिया। कहा कि अभी हम म.प्र.स्थापना दिवस कार्यक्रम में बैठे हुए हैं। बाद में बात होगी।
खेमराज श्याम,आबकारी अधिकारी,सिंगरौली

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