cm shivraj’s name was drowned by Umaria, Shahdol and Singrauli, read the reason
CM: shivraj singh chouhan भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Shivraj Singh Chauhan) की महात्वाकांक्षी योजना पशुपालको(cattle ranchers) के लिये वरदान बन रही है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि इस योजना के माध्यम से पशुपालक स्वरोजगार(Animal Husbandry Self Employed) बने. इसी उद्देश्य से दुग्ध उत्पादन को बढावा देने कृत्रिम गर्भादान योजना(artificial insemination plan) चलाई गई.
CM: बता दे कि प्रदेश के अधिकांस जिलो ने नाम तो रोशन किया लेकिन सीएम शिवराज(CM Shivraj) के उमरिया,शहडोल और सिंगरौली जिले ने नाम डूबा दिया है. आकड़े की जादूगरी देखे तो मध्यप्रदेश के रीवा संभाग(Rewa Division) की स्थिति बेहद ही गंभीर बनी हुई है.मध्य प्रदेश की महात्वाकांक्षी योजनाओं में से एक योजना दुग्ध उत्पादन व कृत्रिम गर्भादान है. पशुओ की नस्ल में सुधार लाकर दुग्ध उत्पादन को बढावा देने के लिये सरकार का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा कृतिम गर्भादाना किया जा सके.
पशुपालन विभाग को सरकार के द्वारा यह जिम्मेदारी दी गई थी कि रीवा एवं शहडोल संभाग के 7 जिलो में इस वर्ष 4 लाख 78 हजार कृतिम गर्भादान करने का लक्ष्य मिला हुआ था. जिसमे तीन चरण पूरा हो जाने के दौरान विभाग के द्वारा 2 लाख 13 हजार 614 की उपलब्धि पाई है.उमरिया,शहडोल व सिंगरौली जिला तय लक्ष्य से दूर होने के चलतें सीएम शिवराज पिछड़ गये है. CM
इस योजना के तहत पशुपालको को लाभ हो रहा है लेकिन लक्ष्य के अनुरुप उमरिया,शहडोल व सिंगरौली जिले में अच्छा प्रदर्शन नही किया गया. आकड़े गवाह है कि उमरिया में 41 हजार 2 सौ का लक्ष्य था जिसमें 17 हजार 2 सौ 32 ही प्रजनन हो पाया है. वही शहडोल की स्थिति पर नजर दौड़ाये तो 57 हजार 2 सौ की वजाय 18 हजार 8 सौ 82 ही मवेशियों के प्रजनन हो पाये है. इसी तरह सिंगरौली का पशु विभाग के जिम्मेदार अधिकारियो की नाकामी के वजह से सरकार ने जो लक्ष्य दिया था वह लक्ष्य 49 हजार का था लेकिन 22 हजार 2 सौ 69 में ही विभाग सिमट गया है. CM
ऐसे में यही लग रहा है कि मध्य प्रदेश के महात्वाकांक्षी योजना से जहा पशुपालको को लाभ मिलने वाला है और दुग्ध उत्पादन को सरकार बढावा दे रही है. इससे जहां भारत दुग्ध उत्पादन में अपनी पहचान बना रहा है लेकिन सरकार के नुमाइदे सरकार के मंशा पर पानी फेर रहे है। यही कारण है प्रदेश के कई जिलो की स्थिति बेहद ही गंभीर बनी हुई है. अगर सही तरीके से कार्य किया जाये तो दुग्ध उत्पादन में अच्छा नाम रोशन किया जा सकता है. CM