Saturday, May 4, 2024
HomeMadhya PradeshVindhyaSingrauli ननि अध्यक्ष देवेश पांडे बोले महापौर ने 45 बार रोक दिया...

Singrauli ननि अध्यक्ष देवेश पांडे बोले महापौर ने 45 बार रोक दिया विकास,जनता इन्हें कभी नहीं करेगी माफ

- Advertisement -
- Advertisement -

Singrauli news : निगम अध्यक्ष ने महापौर पर लगाये आरोपी, कहा 45 वार्डों की महापौर ने रोक दी है विकास,आज होगी परिषद् की बैठक, बैठक में हंगामे का असर

Singrauli news : सिंगरौली 26 दिसम्बर। क्षेत्र की जनता को मेयर के द्वारा लगातार गुमराह किया जा रहा है। साथ ही नगर, क्षेत्र के विकास में मेयर बाधक बन रही हैं। जो परिषद् की बैठक 12 दिसम्बर को होनी थी वह मेयर की हठधर्मिता से 15 दिन बाद यानी कल मंगलवार से होगी। लेकिन इसमें भी ऐसी जानकारी मिल रही है कि मेयर बाधक बनेंगी। उक्त बातें आज सोमवार को मीडिया कर्मियों से अपने आवास डी-2 में रूबरू होते हुए ननि अध्यक्ष देवेश पाण्डेय ने कही है। इस दौरान अध्यक्ष के साथ में सिंगरौली विधायक रामलल्लू बैस व कई वार्डों के भाजपा पार्षद भी मौजूद थे।

Singrauli news : पत्रकारों से मुखातिब होते हुए नगर निगम के अध्यक्ष देवेश पांडे ने कहा कि ननि में जुलाई महीने में चुनाव हुआ है। लगभग 7 महीने गुजरने जा रहा है लेकिन अभी तक सिंगरौली नगर निगम क्षेत्र का विकास पूरी तरीके से रोक दिया गया है। श्री पांडेय ने कहा कि परिषद की बैठक 12 दिसंबर को नियत की गई थी। जिसमें 13 एजेंडे तैयार किए गए थे और परिषद की बैठक को लेकर एजेंडे की फाइल आयुक्त के बाद महापौर व उसके बाद अध्यक्ष के पास आनी थी, लेकिन आज तक एजेंडे के फाइल का अता पता नहीं है। इस दौरान ननि अध्यक्ष ने महापौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि महापौर ने बाजार बैठकी को लेकर चर्चा मौखिक तो करती हैं लेकिन जब लिखित की बात आती है तो खुद राजनीति करने लगती हैं। ननि में भ्रम की स्थिति महापौर के द्वारा बनाई गई है। नगर निगम के अमले को महापौर गुमराह कर रही हैं विधानसभा चुनाव आने वाला है उसका क्रेडिट खुद लेना चाह रही हैं।

नगर निगम अध्यक्ष श्री पांडे ने आगे कहा कि नगर निगम चुनाव के बाद पार्षद चुनकर अपने वार्ड का विकास करना चाह रहे हैं। किन्तु पार्षदों के द्वारा जो विकास के लिए रूपरेखा तैयार की गई है उस रूपरेखा पर अभी तक कोई कार्य नहीं हुआ है जबकि नगर निगम के अधिनियम 1956 की बात करें तो परिषद की बैठक 2 माह में एक बार होनी चाहिए। जबकि ऐसा नहीं हो रहा है यह बड़े दुर्भाग्य की बात है। विकास संबंधी मुद्दों पर महापौर के द्वारा रोड़ा डाला जा रहा है। आगे बताया कि मेयर इन काउंसिल की बैठक 28 नवंबर के प्रस्ताव क्र.12 में लिया गया निर्णय विधि तथा निगम की हितों के विरुद्ध होने एवं निगम की आर्थिक क्षेत्र को देखते हुए परिषद के एजेंडा में शामिल नहीं किया गया है उक्त प्रस्ताव में लिए गए निर्णय के संबंध में नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 133 के तहत शासन को पत्र भेजा गया है।Singrauli news


बैठक न होने से परिषद् को नहीं मिल पा रहा बजट
ननि अध्यक्ष देवेश पांडेय ने महापौर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि नगर सरकार बने 7 माह का समय बीतने को चला लेकिन अभी तक शहर के विकास के लिए नगर सरकार के पास कोई एजेंडा नहीं है पार्षदों के द्वारा एजेंडा बनाया भी गया है तो महापौर के द्वारा उसे रोका गया। ऐसे में शहर का विकास खुद महापौर नहीं होने दे रहीं, जबकि वार्डों के प्रस्ताव का कार्य परिषद् में चर्चा के लिए भेज दिया गया है। जिसकी नस्ती पड़ी हुई है। Singrauli news

शहर में पेयजल के अलावा कई ऐसे विकास कार्य हंै जिन्हें होना बहुत जरूरी है। किन्तु महापौर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही हंै और नगर निगम को राजनीति का अखाड़ा बना दी हंै और नगर निगम के सहारे विधानसभा पहुंचने की तैयारी कर रही हैं उन्हें विकास से कोई लेना-देना नहीं है। आम जनता को भ्रमित कर सहानुभूति लेने का प्रयास कर रही हंै। परिषद् की बैठक न होने से परिषद् को बजट नहीं मिल पा रहा है। जिससे विकास के कार्य रूका हुआ है।Singrauli news


महापौर एजेंडा पर नहीं कर रही अनुमोदन
नगर निगम अध्यक्ष ने कहा कि महापौर के यहां परिषद का एजेंडा अनुमोदन के लिए दो बार भेजा गया था लेकिन महापौर द्वारा एजेंडा अनुमोदन नहीं किया जा रहा है जिससे परिषद की बैठक बुलाने में विलंब हो रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि पार्षद गणों द्वारा भी पत्र के माध्यम से परिषद की बैठक अभिलंब बुलाए जाने की देरी की गयी और नस्ती 10 सीट के माध्यम से परिषद की बैठक आहूत किए जाने कई बार लेख किया जा चुका है। लेकिन नगर निगम कमिश्नर और महापौर के द्वारा विकास को लेकर क्यों अड़ंगा डाला जा रहा है यह बात समझ से परे लग रही है बजट परिवर्तन ना होने से वार्डों के विकास कार्य अवरुद्ध हैं। वार्डों के विकास कार्य नहीं होने से पार्षदों द्वारा असंतोष व्यक्त किया जा रहा है इसके अतिरिक्त अन्य महत्वपूर्ण जनहित के कार्य एजेंडे में शामिल किए गए हैं फिर भी महापौर के द्वारा परिषद को लेकर बार-बार षड्यंत्र रचा जा रहा है।Singrauli news

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular