Ret Maaphiya: सीधी से निकलने वाली नदियों में बालू माफिया राज कर रहे हैं। आमजन या सरकार को कोई फायदा नहीं हो रहा है। सीधी व यूपी के बालू माफिया नोट छाप रहे हैं। सैकड़ों गाड़ियों में ओवरलोड बालू लाद कर यूपी पहुंचा दे रहे हैं। इस धंधे में बड़े-बड़े सफेदपोश भी शामिल है। वरना क्या मजाल की नदियों में पोकलेन मशीन लेकर घूमें ? और बेरोजगार दर-दर की ठोकरें खाएं.
सीधी: बालू माफिया पर काबू पाने के लिए भले ही सीएम शिवराज सिंह चौहान हजारों नियम बना दे लेकिन सीधी जिले में रेत का अवैध उत्खनन परिवहन वेदस्तूर जारी है. कलेक्टर मुजीबुर्रहमान के जाते ही सीधी की सारी नदियों में पोकलेन मशीन उतार दी गई है अब सिंगरौली के सीईओ के पद पर रहे साकेत मालवीय को सीधी कलेक्टर की कमान सौंपी गई है. ऐसे में उन्हें इन रेत माफियाओं से निपटना एक कड़ी चुनौती बनकर सामने आ रही है. अब लोग तरह-तरह की चर्चा करते हैं कि इस रेत के इस खेल में सांसद और विधायक का भी हाथ तो नहीं है । जबकि विपक्ष इस समय भारत जोड़ो अभियान में व्यस्त दिखाई दे रहा है। Ret Maaphiya
बता दें कि सीधी में बालू माफिया और पुलिस के बीच लुका छिपी का लगातार खेल चल रहा है. तो वही सीधी जिले के सांसद और विधायक बालू की ठंडक से खुद को तरबतर कर बालू माफियाओं के सभी कारनामों को सही ठहरा रहे हैं. बालू माफिया निधिपुरी नदी पर पोकलेन मशीन लेकर घूम रहा था। यह पोकलेन बीच नदी पर बालू का ढेर इकट्ठा कर उसी पर खड़ा हो जाता है और फिर आसपास वाली जगहों पर इतनी रेत निकालते हैं कि वहां खाई बन जाती है. सूत्र बताते हैं कि रेत कारोबारी गुरुमेल मंत्री का आदमी होने की चलते खनिज अधिकारी दीपमाला सिर्फ एक पुतला बनकर रह गई है. Ret Maaphiya
महंगे दामों पर मिलती है रेत
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिंगरौली में खुले मंच से कहा था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे आवासों में मुफ्त रेत मिलेगी लेकिन सीधी जिले में मुफ्त की बात तो करना बेईमानी है. यहां हर आम आदमी को महंगे दामों पर ही रेत उपलब्ध हो पाती है. इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि यहां ट्रकों में रेत भरकर यूपी के बॉर्डर पहुंचा दिया जाता है जहां इनकी मुंह मांगी कीमत मिलती है.यही वजह है कि यहां कुल लोगों को महंगे दामों पर रेत लेनी मजबूरी है. Ret Maaphiya
नदी में पोकलेन मशीन
निधिपुरी में बालू माफिया और पुलिस के बीच लुकाछिपी का लगातार खेल जारी है। बालू माफिया दबंगई से दिन के उजाले में ही पोकलेन मशीन से रीट की निकासी कर रहे हैं इस खनन की जानकारी नेता पुलिस खनिज और राजस्व विभाग को बखूबी है लेकिन गुलाबी नोट हर महीने समय से मिलने के कारण सब ने आंख बंद कर ली है. निधिपुरी,गोतरा और उसके आसपास का इलाका कई वर्षों से अवैध बालू खनन के लिए चर्चित रहा हैं. Ret Maaphiya