bhopal news: भोपाल. मध्यप्रदेश में तकरीबन 22 दिन से संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों ( Health workers with their demands ) को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं. ऐसे में समूचे मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था ( Health system of Madhya Pradesh ) डामाडोल हो चुकी है. स्वास्थ्य व्यवस्था को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था ( Health system of Madhya Pradesh ) बिगड़ चुकी है. आखिर कब संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की मार्ग सुनी जाएगी और सरकार कड़ा कदम ( strict action by the government ) उठाएगी.
इधर बता दें कि मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल किया जा रहा है. और अपनी मांगों को लेकर संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं. हड़ताल पर चले जाने के चलते मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा है. यहां तक की स्वास्थ्य केंद्र और चिकित्सालय में स्वास्थ्य कर्मचारियों के ना रहने से ताला तक नहीं खुल रहे हैं. ऐसे में सबसे गंभीर स्थिति मध्य प्रदेश के ग्रामीण अंचलों की बनी हुई है. यहां ग्रामीण जनता स्वास्थ्य केंद्रों के भरोसे रहती है लेकिन उपचार के अभाव में आए दिन कुछ न कुछ घटनाएं सुनने व देखने को मिल रही है. Also Read — Bhojpuri Actresses : आम्रपाली से अक्षरा तक, स्वीमिंग पूल में लगाई आग, देखें तस्वीरें
बताया जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहां है कि मध्यप्रदेश में बढ़ती ठंड और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करोना को लेकर जताई जा रही आशंकाओं के बीच यह बहुत जरूरी है कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की बात सुनी जाए और मध्य प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं की और व्यवस्था से बचाया जाए. मध्य प्रदेश के 32000 संविदा स्वास्थ्य कर्मी 15 दिसंबर से हड़ताल पर हैं. प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल पहले से ही खराब है लेकिन सरकार ने अब तक इस हड़ताल को समाप्त कराने के लिए कोई न्यायप्रिय कदम नहीं उठाया. bhopal news
सरकार को घेरते हुए कमलनाथ ने कहा है कि यह दुर्भाग्य की बात है कि मध्य प्रदेश में 22 दिनों से स्वास्थ्य कर्मचारी सड़क पर है. इसके बावजूद सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है. देखा जाए तो मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिलों में स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं. स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा गई है फिर भी सरकार कोई कदम नहीं उठा पा रही है. bhopal news