Weather Forecast: भोपाल ,ग्वालियर ,चंबल बुंदेलखंड और बघेलखंड में कड़ाके की ठंड ( Severe cold in Baghelkhand ) के साथ घना कोहरा छाया रहा. ग्वालियर चंबल और विंध्य कड़ाके की चपेट में है. मौसम विभाग ( weather department ) ले भी संभावना जताई थी कि जनवरी की पहले महीने में मावठा गिर सकता है इसकी शुरुआत जबलपुर से होगी हालांकि इसका असर भोपाल में ज्यादा जबकि विन्ध्य क्षेत्र में कम रहेगा ग्वालियर चंबल ( Gwalior Chambal will remain ) में रात का पारा 5 डिग्री के नीचे इंदौर और भोपाल में 9 डिग्री तक आ सकता है जबकि रीवा संभाग के सिंगरौली सीधी शहडोल में 10 डिग्री तक आ सकता है.
नया साल आते ही मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने लगा है प्रदेश में हार कब आने वाली ठंड के साथ कोहरा ने पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. रविवार को प्रदेश भर में घना कोहरा छाया रहा तो वही पूरा दिन सूर्य भगवान के दर्शन के लिए लोग इंतजार करते रहे इस बीच ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए

बता दें कि नया साल के पहले दिन ठंड ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिया है। जनवरी महीने में हाड़ कपाने वाली इस ठंड ने पूरे जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया हैं तो वहीं लोग ठंड से निजात पाने अलाव को ढूंढ़ रहे हैं। ठंड का प्रभाव बाजार में भी देखने को मिल रहा है। जहां दुकाने सुबह 9 बजे खुल जाती थी तो अब साढ़े दस बजे के बाद ही बाजार गुलजार हो रहा है। तो दूसरी तरफ मवेशियों को भी इस ठंड ने जमकर हालाकान किया है। बताया जा रहा है कि आज सोमवार को जहां एक तरफ ठंड ज्यादा थी तो वहीं कोहरे की वजह से पूरी दिन धूंध छाया जा रहा है. Weather Forecast
जहां इस धुंध की वजह से बिजुअल्टी कम रही। ऐसे में वाहन चालकों को भसी काफी समस्या का सामना करना पड़ा। तो वहीं स्कूली बच्चे भी सुबह स्कूल खुलने की वजह से बच्चों को भी काफी समस्या हो रही है। ऐसे में अब जिला प्रशासन के तरफ अभिभावकों ने मांग किया है कि विद्यालयों का समय बदला जाए। क्योकि जिला मुख्यालय बैढऩ सहित कस्बाई इलाकों में संचालित अधिकांश निजी विद्यालयों का समय चक्र सुबह 8 से 2 बजे तक नियत किया गया है। ऐसे में विद्यालय में पढऩे वाले नन्हें-मुन्हें बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. Weather Forecast
दिन में भी दिखा धुंध का नजारा
रविवार-सोमवार की अद्र्धरात्रि से ही मौसम में अचानक बदलाव दिखने लगा। रात्रि में ही समूचे जिले में कोहरे की धुंध छाई रही। दिन में कोहरे की चलते सूर्य देव के दर्शन नही हुए। दिन में भी मंद-मंद हवाएं चल रही थी। जहां कड़ाके की ठंड से लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। लेकिन जिस तरीके से मौसम में अचानक परिवर्तन देखा जा रहा है ऐसे में यही कयास लगाया जा रहा है कि जनवरी महीने में कड़ाके की ठंड रहेगी।
फसल पर भी पड़ सकता है प्रभा
किसानो की बातों पर गौर करे तो अगर इसी तरीके से मौसम का मिजाज बना ( set the weather ) रहा और पारा लुढक़ता रहा तो फसल पर भी गहरा प्रभाव पड़ सकता है। किसानों की राय माने तो अगर पाला पड़ा तो अरहर और आलू की फसल बर्बाद हो सकती है। वहीं कृषि विभाग ( agriculture department ) के अधिकारियों की राय माने तो पाले से बचाव के लिए अरहर सहित अन्य फसलों में पानी की व्यवस्था बनाए रखें। अगर नमी बरकरार रहेगी तो फसल पर पाला का असर नही पड़ेगा।