the child was thrown out of class for saying bharat mata ki jai
Bharat : गुना- क्राइस्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्रार्थना के बाद मंगलवार को ‘भारत माता की जय’ बोलने पर स्कूल प्रबंधन ने एक छात्र पहले प्रार्थना के समय उसे कॉलर पकड़कर बेइज्जत किया और फटकार लगाई स्कूल प्रबंधन का इतने में संतुष्ट नहीं हुए वह छात्र को 4 पीरियड के लिए क्लास से बाहर निकाल दिया.
Bharat : जानकारी मिलने पर हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी रविवार को विद्यार्थियों को लेकर थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की और जमकर बवाल काटा।
बता दें कि प्रबंधन के खिलाफ गुना के विभिन्न संगठनों गुरुवार को स्कूल पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। सुबह साढ़े दस बजे स्कूल में सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। कई संगठनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। उधर स्कूल के बाहर और शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. Bharat
शहर के प्रतिष्ठित स्कूल द्वारा आज 10 – 12 साल के बच्चे को सिर्फ इसलिए पनिश ( सजा दी ) किया गया कि उसने राष्ट्रगान के बाद भारत माता की जय का नारा लगाया यह बात स्कूल के स्टाफ की लोगों को इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने उस बच्चे की कॉलर पकड़कर पहले तो लाइन से हटा दिया. Bharat
फिर उसे डांटते हुए कहां की यह सब (भारत माता की जय) स्कूल में नहीं चलेगा यह सब बोलना है तो अपने घर में बोलना अपने पिताजी के सामने और जब इतने पर भी मन नहीं भरा तो उस बच्चे को उसकी क्लास टीचर ने 4 पीरियड के लिए भाई क्लास में जमीन पर बैठा दिया……जब यह बात बच्चे ने अपने घर पर आकर बताइए सब बच्चे के पिता ने स्कूल जाकर स्कूल के स्टाफ से बात करनी चाहिए तब उन्होंने इस पूरे मुद्दे पर आनाकानी चालू कर दी।
स्कूल प्रबंधन बैकफुट पर
लोगों का विरोध देखकर स्कूल के प्रिंसिपल ने लिखित रूप से शिक्षक पालक संघ से माफी मांगते हुए आश्वस्त किया कि आगे से इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति नहीं होगी। स्कूल प्रबंधन ने यह भी भरोसा दिलाया कि अब प्रार्थना सभा में राष्ट्रगान के बाद भारत मां की जय का उद्घोष कराया जाएगा. Bharat
साथ ही आगे से भारत माता की जय बोलने वाले किसी भी बच्चे को शिक्षकों के द्वारा प्रताड़ित नहीं किया जाएगा साथ ही जिस शिक्षक के द्वारा बच्चे के साथ भारत माता की जय बोलने पर दंड दिया गया है उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी स्कूल प्रबंधन के आश्वासन के बाद शिक्षक पालक संघ ने अपना विरोध खत्म किया है।
