Singrauli news – सीएम शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के युवाओं की शिक्षा के लिए जहां लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं तो वहीं उनके मातहत कर्मचारी ही सीएम के मंसूबों पर पानी भर रहे हैं वह बच्चों की पढ़ाई पर कम और अपनी कमाई पर ज्यादा लगे हुए हैं शिक्षा के नाम पर डीएमएफ फंड की खुलेआम लूट हो रही है. लेकिन अब जब छात्र-छात्राएं ही प्राचार्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया तो सरकार सहित प्रशासनिक अमले को कटघरे में खड़े कर दिया है.
Singrauli news – सिंगरौली। मध्यप्रदेश शासन की स्कीम नि:शुल्क कोचिंग के नाम पर बेजा वसूली का मामला प्रकाश में आया है। छात्र-छात्राओं (students)को कैरियर बनाने के लिए नि:शुल्क कोचिंग की जिम्मेदारी कौटिल्य एकेडमी ली है। जिसका भुगतान डीएमएफ फण्ड से हो रहा है। फिर भी डिग्री कॉलेज बैढऩ के प्राचार्य प्रति छात्रों से तीन हजार रुपए की वसूली कर रहे हैं। जिससे छात्र-छात्राओं में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
Singrauli news गौरतलब हो कि मध्यप्रदेश शासन के द्वारा कैरियर कोचिंग के माध्यम से छात्र-छात्राओ को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क शिक्षा देने की व्यवस्था की गई है। ताकि गरीब तबके के छात्र-छात्राएं कैरियर कोचिंग के माध्यम से अपना भविष्य संवार पाएं। सिंगरौली जिले में भी नि:शुल्क कोचिंग की शुरूआत की गई है।
ताकि जिले के होनहार छात्र प्रतिभागी बन जिले का नाम रोशन कर सके। इसके लिए विधिवत एजेंसी तैयार की गई और कैरियर कोचिंग की जिम्मेदारी कौटिल्य एकेडमी संस्थान इंदौर को मिली है। जहां पर छात्र-छात्राओं को प्रतिभागी परीक्षाओं का ज्ञान दिया जा रहा है। इसके लिए विधिवत डीएमएफ फण्ड से इस एजेंसी के नाम लाखों रुपए का बजट प्रदान किया गया है.Singrauli news
बता दें कि बावजूद डिग्री कॉलेज बैढऩ के प्राचार्य के द्वारा खुलेआम प्रतिभागी बच्चों को निर्देश दिया गया है कि प्रति छात्र-छात्राओं को 3 हजार रुपए जनभागीदारी के खाते में पैसा जमा करना पड़ेगा। तभी इस कैरियर कोचिंग में शामिल हो पाएंगे। अपने भविष्य को तलाशने के लिए छात्र-छात्राओं ने तीन हजार रुपए जमा कर दिए हैं। जब यह नि:शुल्क कोचिंग देना है तो फिर क्यों बच्चों से बेजा वसूली डिग्री कॉलेज के प्राचार्य करवा रहे हैं. Singrauli news
जब इसकी पड़ताल करते हुए कोचिंग क्लासेस पहुंचकर बच्चों से पैसे के बारे में पूछा गया तो बच्चो एक स्वर में कहा कि हम लोगो से जबरन पैसा वसूली कराई जा रही है। छात्र-छात्राओं के आक्रोश को देखते हुए पठन-पाठन करा रहे शिक्षक तिलमिला गए। और कहने लगे कि आपको यहां पूछने की जरुरत नही है। जाकर जो जिम्मेदार उससे बात करिए.
250 विद्यार्थी शामिल हो रहे कोचिंग में – Singrauli news
जानकारी में बताया गया कि कौटिल्य एकेडमी संस्था के द्वारा जो नि:शुल्क कोचिंग चलाई जा रही है। उसमें दो पॉली में लगभग 250 विद्यार्थी कोचिंग में पठन पाठन करने आ रहे हैं। जहां इन्हें इनके कैरियर के बारे में ज्ञान दिया जा रहा है। यहां तो सब ठीक है लेकिन 250 विद्यार्थियों के तीन हजार प्रति विद्यार्थी का आकलन करें तो लगभग 7 लाख रुपए ऊपर विद्यार्थियों से प्राचार्य ने बेजा वसूली कर जनभागीदारी के खाते में जमा कराया है। इस तरह के आरोप पढऩे वाले छात्र-छात्राओं ने लगाया है।
80 फीसदी होगी उपस्थिति तभी मिलेगा पैसा
डिग्री कॉलेज बैढऩ के प्राचार्य ने ऐसी तरकीब निकाली है की मिलने वाले तीन हजार रुपए को कैसे डकारा जाए। उन्होने अपने दिमाक का आइडिया लगाया और प्रति छात्र तीन हजार रुपए की वसूली कराने के बाद छात्र-छात्राओं से कहा जा रहा है कि नि:शुल्क कोचिंग संस्था मे 80 फीसदी उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज रहेगी तभी जो तीन हजार रुपए जमा है लौटेगा। सवाल यह है क्या कोचिंग में पढ़ाने वाले शिक्षक प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं कि नही यह भी असमंजस में है।
आक्रोशित हैं पढऩे वाले विद्यार्थी
कौटिल्य एकेडमी के द्वारा जो नि:शुल्क कैरियर कोचिंग चलाई जा रही है इसमें काफी झोल है। सूत्र बताते हैं कि 50 लाख रुपए से ऊपर का बजट कौटिल्य को उपलब्ध कराया गया है। जो भी हो लेकिन जब नि:शुल्क है फिर क्यों डिग्री कॉलेज के प्राचार्य तीन हजार रुपए प्रति छात्र से ले रहे हैं। यह कोचिंग कन्या कॉलेज एनसीएल ग्राउंड बिलौजी में संचालित हो रही है। वहां पढऩे वाले छात्र-छात्राओं के प्रति जबरन कराई गई बेजा वसूली से काफी आहत हैं।
इनका कहना है
नि:शुल्क कोचिंग में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं से तीन हजार रुपए की मांग की गई है। जब उनका कोचिंग में उपस्थिति 80 फीसदी रहेगी तो जमा पैसा रिटर्न कर दिया जाएगा।
डॉ.एम.यू.सिद्दकी ,प्राचार्य,शास.अग्रणी स्नातकोत्तर महाविद्यालय बैढऩ