singrauli news: कनिष्क ने लगाया आरोप ( Kanishka accused ) ,आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने सीसीटीव्ही फुटेज किया गया डिलिट ( CCTV footage has been deleted )
सिंगरौली। सीधी जिले के कोतवाली में बीते 2 अप्रैल को पत्रकार कनिष्क तिवारी के साथ मारपीट और अद्र्धनग्र फोटो वायरल के मामले में सिंगरौली पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्र कुमार सिंह ( Superintendent of Police Birendra Kumar Singh ) के द्वारा पीडि़त पत्रकार कनिष्क तिवारी ( Victim journalist Kanishk Tiwari ) का शनिवार को बयान सिंगरौली एसपी कार्यालय में दर्ज किया गया।
अगर विधिवत जांच की गई तो कोतवाली सीधी में पदस्थ तत्कालीन थाना प्रभारी मनोज सोनी सहित 6 पुलिस कर्मी नप सकते हैं। लेकिन कनिष्क तिवारी ने जो आरोप लगाया है उस आरोप में अगर सच्चाई है तो पुलिस विभाग कहीं न कहीं अपने पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयास कर रही है। आरोप में कहा है कि कोतवाली में लगा सीसीटीव्ही फुटेज को डिलिट किया गया है। वहीं पत्रकार ने स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ला व उनके पुत्र गुरुदत्त शरण शुक्ला पर भी गंभीर आरोप इस मामले को लेकर लगाया है. singrauli news
इधर आरोप में कनिष्क तिवारी ने कहा है कि सीधी में भाजपा विधायक के खिलाफ खबरें लिखने व रंगकर्मी के गिरफ्तारी के कवरेज के दौरान पत्रकार कनिष्क तिवारी को थाने में बंद करने और कपड़े उतरवाने का मामले में एक बार फिर नया मोड़ लिया है। अब पत्रकार कनिष्क तिवारी ने एक बार फिर विधायक सहित जांच अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने रेडियो पुलिस अधीक्षक भोपाल द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में सवाल खड़े किए हैं। उन्होने कहा है कि थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे का डाटा रिकवर करने व इस दौरान थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने किन लोगों से बात किए हैं उसके मोबाइल कॉल डिटेल सीडीआर निकाली जाए तो कई बड़े खुलासे होंगे। फिलहाल अब इस मामले की सिंगरौली एसपी बीरेन्द्र सिंह जांच कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने इस पूरे मामले में बोलने से मना कर दिया कहा कि अभी विभागीय जांच चल रही है जांच पूरी होने के बाद उसके बारे में बताया जाएगा. singrauli news
रेडियो पुलिस अधीक्षक पर खड़ा किया सवाल
सीधी पत्रकार कनिष्क तिवारी आज सिंगरौली एसपी के यहां अपना वयान देने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने पूर्व में किए गए रेडियो पुलिस अधीक्षक की जांच पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि उनके साथ मारपीट और गाली गलौज सहित अर्धनग्न कर फोटो खींचने वाले पूर्व अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार सहित कई दोषी पुलिस कर्मियों का नाम आरोप पत्र में नहीं जोड़ा गया है।
पुलिस प्रशासन विधायक के दबाव में
आरोप में कनिष्क तिवारी ने कहा कि ऐसे पुलिस आरक्षकों को बलि का बकरा बनाया गया है जो वहां थे ही नहीं। यह जांच सिर्फ औपचारिकता करते हुए फोटो वायरल की जांच की जा रही है। पुलिस प्रशासन भाजपा विधायक केदार शुक्ला (Police Administration BJP MLA Kedar Shukla ) के दबाव में हैं और आये दिन मुझे अलग अलग लोगों से धमकी दिलाई जाती और मामले को खत्म करने की धमकीं दिलाई जा रहीं हैं। वहीं जो पुलिसकर्मी इस मामले से तालूकात नही रखे थे उन्हें भी इस मामले में घसीटते हुए अमिलिया के तत्कालीन थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
इन पर गिरी थी गांज
बता दें कि पिछले दिनों सीधी कोतवाली में थाना प्रभारी मनोज सोनी, अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार ( Abhishek Singh Parihar, Amilia police station in-charge ) सहित पुलिसकर्मियों ने अर्धनग्न कर फोटो खीचें और उन्हें वायरल कर दिया था। फोटो में पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित 8 युवको को अंडरवियर में खड़े कर फोटो खींचा था। जिसके बाद थाना प्रभारी मनोज सोनी, अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह परिहार और एक सब इंस्पेक्टर सहित कुल सात पुलिसकर्मी को लाइन अटैच किया गया है।