singrauli news: सिंगरौली। कलेक्टर के जनसुनवाई में ( Collector’s public hearing ) जिले की समस्याओं को लेकर कई शिकायतें आती है. और उन शिकायतों के निराकरण को लेकर कलेक्टर भी संजीदा दिखाई देते हैं. लेकिन आज एक ऐसा मामला कलेक्टर के जनसुनवाई ( Collector’s public hearing ) में पहुंचा जिसे सुनकर और देख कर कलेक्टर भी दंग रह गए यह मामला शिव मंदिर से जुड़ा था. जहां शिव मंदिर की पूजा ( Shiva temple worship ) करने वाले पुजारी को कई साल से पारिश्रमिक भुगतान नहीं हुआ था.
सिंगरौली के कलेक्टर अरुण कुमार परमार के जनसुनवाई में एक ऐसा मामला आया जिसे सुनकर कलेक्टर भी विधिवत जानकारी लेने लगे वजह यह थी कि जिस मंदिर के अध्यक्ष खुद कलेक्टर थे. उस मंदिर के पुजारी को परा श्रमिक भुगतान नहीं हुआ था. यह मामला सिंगरौली जिले के मोरवा इलाके के शिव मंदिर का बताया जाता है. मंदिर के पुजारी को कई साल से पारा श्रमिक भुगतान ना होने के चलते भरण पोषण के लाले पड़ गए थे. इसके बावजूद पूजारी की समस्या का निदान नहीं हो पा रहा था. singrauli news
बताया जाता है कि कलेक्टर के जनसुनवाई में मंदिर के पुजारी राम मनोहर द्विवेदी भले ही मंदिर के पुजारी हो. लेकिन अब दाने-दाने को मोहताज हो गए. क्योंकि कई सालों से उन्हें प्राथमिक भुगतान नहीं किया गया था. जबकि हाईकोर्ट ने भी आदेश दिया है. कि मंदिर के पुजारियों को विधिवत परा श्रमिक भुगतान कराया जाए. लेकिन राम मनोहर द्विवेदी को पारा श्रमिक भुगतान न मिलने के चलते उनके सामने समस्याओं के अंबार खड़ी हो गई. Also Read — Too Hot: इस एक्ट्रेस ने तोड़ दी सारी मर्यादा, शेयर कीं ऐसी तस्वीरें कि शर्मा जाए ऊर्फी जावेद,फैंस पूछें- दीदी कपड़े कहां हैं !
बताया जाता है कि शिव मंदिर मोरवा के अध्यक्ष सिंगरौली कलेक्टर सिंगरौली ( Chairman Singrauli Collector Singrauli ) है और यह मंदिर 1968 में बना है. इतना पुराना मंदिर होने के बावजूद इस मंदिर की समस्या सुनने में जिले के जिम्मेदार अधिकारी ( Responsible Officer ) गंभीर नहीं दिखाई दे रहे है. यही वजह है कि शिव मंदिर के पुजारी ने कलेक्टर के यहां शिकायत करते हुए शिव मंदिर के वजूद और अपनी परा श्रमिक भुगतान की मांग की है. जहां कलेक्टर ने निराकरण कराने की बात कही है. singrauli news