Wednesday, April 24, 2024
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Singrauli News: जिले में 3 माह से नही वितरण हुआ पोषण आहार,  हर माह  सुप रवाइजर कार्यकर्ताओं से मांगती हैं 200 सौ रुपए नजराना

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Singrauli News: सिंगरौली। महिला बाल विकास सिंगरौली में इन दिनो अंधेरगर्दी का आलम इस कदर बढ़ गया है कि समूहों पर भी लगाम कसने में हिलाहवाली बरत रहे हैं.

Singrauli News: बताया जाता है कि जिले में तीन माह से पोषण आहार का वितरण नही हुआ है और प्रतिमाह सुपरवाइजर कार्यकर्ताओं से 200 रुपए का नजराना की पेशकश कर रही है। कहीं न कहीं महिला बाल विकास अधिकारी(mahila bal vikas adhikari) की उदासीन रवैया के चलते इस तरह की हिलाहवाली की जा रही है।

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गौरतलब हो कि महिला बाल विकास विभाग की सबसे महत्वपूर्ण योजना पोषण आहार(posan aahar) पर भी अधिकारियों की गिद्ध नजर पड़ चुकी है। बताया जाता है कि इस महत्वाकांक्षी योजना के ही चलते शासकीय विद्यालयों व आंगनबाड़ी(anganbaadi) में बच्चे पढऩे आते हैं. उनको अपेक्षा रहती है कि विद्यालय जाएंगे तो पोषण(posan) आहार मिलेगा. लेकिन सिंगरौली जिले में स्थिति विपरित बनी हुई है.

यहां जिले भर में आंगनबाड़ी में पोषण आहार लगभग तीन महीने से नही पहुंच रहा है। ऐसा ही मामला जिले के विकासखण्ड बैढऩ क्षेत्र(waidhan kshetra) में देखने को मिल रहा है। जहां पोषण आहार न पहुंचने के चलते विद्यालयों व आंगनबाड़ी में बच्चों की उपस्थिति में काफी कमी देखने को मिल रही है। आखिर पोषण आहार क्यों नही पहुुंच रहा है। उसकी क्या वजह है इस मसले को बताने वाला विभाग का जिम्मेदार अधिकारी शायद कोई नही है. Singrauli News

यही हाल चितरंगी व देवसर में भी देखने को मिल रहा है। जब से महिला बाल विकास विभाग में राजेश राम गुप्ता अधिकारी बनकर आए हैं तब से महिला बाल विकास विभाग की स्थिति बेहद बदहाल होती दिखाई दे रही है। इसके पहले ऐसी स्थिति देखने को नही मिल रही थी। अब तो विभाग के साथ-साथ जिले के परियोजना अधिकारी व सुपरवाइजर भी अपनी मनमानी पर उतारु हो चुके है। चारो तरफ लू्रट खसोट मची है। इन पर लगाम कसने में महिला बाल विकास अधिकारी नाकाम साबित होते दिखाई दे रहे हैं. Singrauli News

दो रुपए होती है वसूली

विभागीय सूत्रों की बातों पर गौर करें तो महिला बाल विकास विभाग सिंगरौली में अंधेरगर्दी इस कदर बढ़ गई है कि सुपरवाइजर भी अब अवैध वसूली में संलिप्त हो गई है। जिले के देवसर,चितरंगी व बैढऩ ब्लाक सहित शहरी परियोजना क्षेत्र में सुपरवाइजर खुलेआम कार्यकर्ताओं से 200 रुपए की मांग करती हैं। जब कार्यकर्ता इसका विरोध करती हैं तो कहा  जाता है कि यह पैसा ऊपर जाता है। ऊपर के अधिकारियों का नाम बताकर प्रतिमाह 200 रुपए की वसूली की जाती है. Singrauli News

अभी तक नही मिला मोबाइल

बताया जाता है कि मध्यप्रदेश महिला बाल विकास विभाग का निर्देश था कि प्रत्येक कार्यकर्ताओं को मोबाइल प्रदान कराई जाए। इसके लिए शासन से मिले आदेश व बजट के आधार पर प्रत्येक कार्यकर्ताओं को महिला बाल विकास विभाग सिंगरौली के द्वारा मोबाइल देना था लेकिन कुछ कार्यकर्ताओं को मोबाइल दी गई और अधिकांश कार्यकर्ताओं को अभी तक मोबाइल नही दी गई है। जब कार्यकर्ता सुपरवाइजर से मोबाइल की मांग करती हैं तो सुपरवाइजर के द्वारा कहा जाता है कि यह मोबाइल क्या करोगी। घटिया है चार दिन में खराब हो जाएगा। इस तरह की बहानेबाजी की जा रही है. Singrauli News

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