Singrauli News: सिंगरौली। महिला बाल विकास विभाग सिंगरौली में पदस्थ डीपीओ राजेश राम गुप्ता(rajesh ram gupta) फिर एक बार विवादों में घिर गए हैं। अब तीन समूह की महिलाओं ने कलेक्टर(collector) से शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि डीपीओ(dpo) ने समूह बनवाने के नाम पर 50-50 हजार रुपए की रिश्वत लिए है। न ही काम दे रहे हैं और न ही समूह तैयार हो रहा है.
Singrauli News: अब पैसा भी वापस नही कर रहे हैं। जिसकी शिकायत समूह की महिलाओं ने बैढऩ कोतवाली में बीते सोमवार को की है। लगातार सुर्खियों में बने डीपीओ पर आखिर कारवाई क्यों नही हो रही है यह बात समझ से परे लग रही है.
बता दें कि इधर कलेक्टर को दिए शिकायती पत्र में शहरी क्षेत्र में स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि साझा चूल्हा अंतर्गत वर्ष 2012-13 से समूह के गठन के बाद हम लोगों के द्वारा अगस्त 2021 तक आंगनबाड़ी केन्द्रों में भोजन व नास्ता प्रदाय किया जा रहा था। लेकिन उसके बाद से महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश राम गुप्ता द्वारा हम चार समूहों से 50-50 हजार रूपये यह कहकर लिया गया था कि तुम लोगों के ही समूह को साझा चूल्हा का कार्य दिया जायेगा. Singrauli News
जिससे हम लोगों ने उनके मांग के अनुसार अगस्त महीने में उनके दफ्तर में पहुंच पैसा दिया गया था। लेकिन दूसरे समूह संचालकों से जिला कार्यक्रम अधिकारी ने अधिक पैसा लेकर साझा चूल्हा का काम उनको आवंटित कर दिया गया। इस संबंध में जब डीपीओ राजेश राम गुप्ता से पूछा गया तो उनके द्वारा लगातार यह कहा जाता रहा कि नये टेण्डर में आप लोगों को काम दिया जायेगा। जिसके बाद हम लोगों ने सीएम हेल्पलाईन में इसकी शिकायत दर्ज करायी थी. Singrauli News
जहां डीपीओ हम लोगों पर दबाव बनाते हुए सीएम हेल्पलाईन से शिकायत कटवा दिया और अब जब कार्य दिलाये जाने को लेकर बात की जाती है तो उनके द्वारा धमकी देते हुए काम न दिये जाने की बात कही जा रही थी। जिसकी शिकायत कमला,पूजा, पद्मा, मोनिया महिला स्व-सहायता समूह की कर्ताधर्ता चन्द्रा, गुड्डी जैन, देवमती, मुन्नी देवी ने शपथ पत्र में भी बकायदे डीपीओ को रिश्वत देने की बात का जिक्र करते हुए कार्रवाई किये जाने की मांग की हैं। महिलाओं के इस कदम से विभाग का अमला भी सकते में आ गया है. Singrauli News
कलेक्टर के सामने रिश्वत की कही बात
कलेक्टर को महिलाओं ने डीपीओ राजेश राम गुप्ता के नाम लिखित शिकायत देते हुए कहा कि इनके द्वारा लगातार सिर्फ बहानेबाजी की जा रही है। लंबे अर्से से पैसा लेकर अब वापस नही कर रहे हैं और न ही काम मिल रहा है। सीएम हेल्पलाइन में शिकायत भी की थी तो प्रलोभन देकर शिकायत को कटवा दिया गया है। वहीं इस 50-50 हजार के मामले में प्रवेश मिश्रा का भी नाम जुड़ रहा है। महिलाओं ने बताया कि डीपीओ के नाम से इन्हें ही पैसा दिया था. Singrauli News
बेलगाम हो गए डीपीओ सिंगरौली
बताया जाता है कि डीपीओ सिंगरौली महिला बाल विकास को घूसखोरी का अड्डा बना दिए है। हर मामले में कमीशन की मांग इनके द्वारा की जाती है। अभी जहां कार्यकर्ता नियुक्ति का मामला शांत नही हुआ था। वहीं अब समूह का मामला यह साबित कर दिया कि वास्तव में महिला बाल विकास में बिना कमीशन के कोई कार्य नही हो रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट लापरपवाह अधिकारियों के खिलाफ आखिर गांज क्यों नही गिर रही है। यह बात समझ से परे लग रहा है. Singrauli News