Friday, April 26, 2024
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Singrauli: आजादी के 75 साल बाद भी कई गांव ऐसे जहां न बिजली ना पानी, बिच्छू सांप के सायें में रहते हैं ग्रामीण

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Singrauli: सिंगरौली जिले की चितरंगी इलाके में आज भी ऐसे कई आदिवासी (aadivaasi) बाहुल्य पंचायत है, जो पानी-बिजली और स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए तरस रही है. यहां आजादी के 75 साल बाद भी ग्रामीणों को मूलभूत (moolbhoot)सुविधाएं नहीं मिल पा रही है, जिसके चलते ग्रामीण काफी परेशान हैं. वह सांप (saanp) और बिच्छू के साए में रहने को मजबूर हैं जनप्रतिनिधि (janpratinidhi) हैं की उन्हें ग्रामीणों की समस्याओं से कोई सरोकार(sarokaar) नहीं है वह अपनी आने वाली पीढ़ियों की खुशहाली की व्यवस्था में लगे हैं.

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Singrauli: सिंगरौली। स्व.जगन्नाथ सिंह जब विधायक व मंत्री थे तब बगदरा क्षेत्र उनका गढ़ माना जाता था। लेकिन आज वर्तमान भौगोलिक स्थिति पर नजर दौड़ाएं तो यह क्षेत्र अब भाजपा के लिए खतरे से कम नही है। क्योंकि आजादी के 75 साल बाद भी बगदरा क्षेत्र की जनता को भरपेट पानी व बिजली नसीब नही हो रही है। जबकि क्षेत्रीय विधायक के विधायक निधि खजाने में पर्याप्त बजट है। इसके बावजूद जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर विधायक निधि खर्च करने में सबसे पीछे जा रहे हैं। यही वजह है कि बगदरा क्षेत्र की जनता में क्षेत्रीय विधायक को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है।

गौरतलब हो कि चितरंगी विधानसभा क्षेत्र का सबसे दूरस्त और सबसे वनांचल क्षेत्र बगदरा है। यह क्षेत्र हमेशा से शोषित रहा है। उसकी सबसे बड़ी वजह यह मानी गई कि दुरस्त अंचल होने के चलते शासन की महत्वाकांक्षी योजनाएं नही पहुंच पाई। वजह कि इस क्षेत्र में कभी जिम्मेदार अधिकारियों का भ्रमण नही हुआ। कभी कभार जिले के अधिकारी देखे गए। जिसके चलते शासन की योजना जमीनी स्तर पर कारगर नही हुई। बल्कि कागजों में ही कार्य दिखाकर खानापूर्ति कर दी गई। Singrauli

Singrauli: आजादी के 75 साल बाद भी कई गांव ऐसे जहां न बिजली ना पानी, बिच्छू सांप के सायें में रहते हैं ग्रामीण
photo by google

ग्रामीण अंचलो में सडक़ ,बिजली,पानी और शिक्षा के साथ स्वास्थ्य की सुविधा चाहिए। अगर यह चीजें उपलब्ध हैं तो गांव का समुचित विकास मानो हो गया। लेकिन हकीकत देखे तो बगदरा क्षेत्र आज भी शासन की योजनाओं से अछूता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि जो भी जनप्रतिनिधि इस क्षेत्र से चूने गए वह बगदरा क्षेत्र के विकास को लेकर कभी नही सोचा नही तो आज बगदरा क्षेत्र समुचित विकास कर लेता। Singrauli

अब तो स्थिति ऐसी निर्मित हो गई कि जब से इस बार विधायक की जिम्मेदारी अमर सिंह को मिली है तब से इस क्षेत्र के विकास को लेकर सही तरीके से कोई पहल नही की गई है। यही वजह है कि इस क्षेत्र में भाजपा के जनप्रतिनिधियों से जनता का विश्वास टूटता नजर आ रहा है। आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता इसका मुहतोड़ जवाब देने के लिए मन बनाकर बैठ चुकी है। Singrauli

दर्जनों गांवो में जल संकट

स्थानीय ग्रामीणों की बातों पर गौर करें तो बगदरा क्षेत्र में पानी की सबसे भीषण समस्या बनी हुई है। बताया जाता है कि तिलया, खम्हरिया, दिपवा, छतैनी, कुल्कवार,नैकहवा,बरगवां,खम्हारडीह,ममरिहवा सहित दर्जनो ऐसे गांव है जहां पेयजल की समस्या बनी हुई है। गर्मी के दिनों में इन गांव के हालात बद से बदतर हो जाते हैं। स्थिति तो ऐसी निर्मित हो जाती है कि किलोमीटर तक का सफर पेयजल के लिए ग्रामीण जनता को करना पड़ता है। Singrauli

आज भी अंधेरा है कायम इन गांवो में

स्थानीय ग्रामीणों की बातों पर गौर करें तो आजादी के 75 साल बाद भी बगदरा क्षेत्र के कई ऐसे गांव हैं जहां बिजली व्यवस्था डामा डोल है। लोग अंधेरे में रहने को मजबूर है। लेकिन क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। बताया जाता है कि बरगवां, लेदपुरवा, तिरया, बहेरी, करौंदिया,जगमार,दिपवा सहित कई गांवों में बिजली का संकट बना हुआ है। जिसके चलते किसानों की फसले पानी न मिलने से बर्बाद हो रही है। वहीं विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। इसके बावजूद क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जनता के लिए कुछ नही कर पा रहे हैं. Singrauli

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