Satna market election : सतना, नगरी निकाय और पंचायत चुनाव से फुर्सत होने के बाद सरकार और निर्वाचन आयोग ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है इसके लिए मतदान सूची के पुनरीक्षण का कार्य इन दिनों युद्ध स्तर पर चल रहा है पर मंडी चुनाव कि कहीं सुगबुगाहट नहीं दिखाई दे रही जबकि मंडी समितियों का कार्यकाल आज से 4 साल पहले 2018 में समाप्त हो चुका है,
Satna market election : मंडी समितियों के चुनाव ना कराए जाने के पीछे सरकार की भ्रष्ट मानसिकता को जिम्मेदार किसान नेता मान रहे हैं किसान नेताओं का मानना है कि मंडी समितियों में निर्वाचित जनप्रतिनिधि होने से लूट हसौद पर अंकुश लग जाता है और किसानों की सुनवाई होने लगती है लेकिन सरकार की मंशा साफ है कि वह नहीं चाहती कि मंडी समितियों का चुनाव हो और किसानों की समस्याओं की सुनवाई हो, यही वजह है कि 4 साल का समय बीत चुका है और मंडी चुनाव नहीं हो रहे हैं मंडी चुनाव की बजाय सरकार विधानसभा चुनाव की तैयारी में कमर कस चुकी है यही वजह है कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि नहीं होने से मंडियों में अन्नदाता लूट रहे हैं.
बताया जाता है कि 2018 में मंडी समिति का कार्यकाल समाप्त हो चुका है ऐसे में किसानों की समस्याओं को देखते हुए मंडी समितियों के चुनाव कराए जाने चाहिए मंडी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक विशेष परिस्थितियों में साढे 3 साल तक कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है लेकिन वर्तमान समय में मंडी समितियों का कार्यकाल समाप्त हुए 4 साल से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक ना चुनाव हुए और ना ही चुनाव की कोई तैयारी नजर आ रही है. Satna market election
आंकड़े पर नजर दौड़ाई तो अब तक के कृषि उपज मंडी के अध्यक्षों के कार्यकाल पर यदि नजर डाली जाए तो पिछले 18 सालों में 3 अध्यक्ष हुए जिनमें से दो अध्यक्षों का चुनाव किसानों द्वारा किया गया तो एक अध्यक्ष का चुनाव मंदी सदस्यों के जरिए हुआ कृषि उपज मंडी सतना के पहले अध्यक्ष जगदीश सिंह थे उनका कार्यकाल 2004 से 2005 तक था 3 माह तक के लिए इनका कार्यकाल बढ़ाया गया था. Satna market election
पहले कार्यकाल के लिए मंडी अध्यक्ष का पद ओबीसी के लिए आरक्षित था कृषि उपज मंडी समिति की अध्यक्ष रामकली मिश्रा थी उस समय मंडी अध्यक्ष का पद महिला के लिए अनारक्षित था कृषि उपज मंडी सतना का तीसरा अध्यक्ष बनने का मौका शीला सिंह को मिला इनका चुनाव मंडी सदस्य द्वारा किया गया था. Satna market election