remarried in Khandva 151 couples remarry their spouses in Khandva, gave a unique message Khandva
Khandva : खंडवा – शहर में भारत विकास परिषद ने नवाचार करते हुए , अखिल विश्व गायत्री परिवार के सहयोग से, दाम्पत्य पुनर चेतना परिवार प्रबंधन यज्ञ आयोजित किया. जिसमे शामिल हुए 151 दंपतियों ने अपने ही जीवनसाथी से दोबारा शादी रचाई और पुरानी यादों को ताजा किया।
सामूहिक रूप से शादी के अनोखे कार्यक्रम में शामिल हुए युवा से लेकर बुजुर्ग दंपती ने एक-दूसरे के गले में वरमाला डालकर सात वचनों को निभाने की कसम दोहराई.
Khandva : शहर में पहली बार शादी का ऐसा अनूठा उल्लास देखने को मिला।नवकार नगर स्थित नक्षत्र गार्डन को दुल्हन की तरह सजाया गया। बिल्डिंग पर लगी लाइट और आंगन में बज रहे शगुन के ढोल ने रहवासियों का भी ध्यान इस ओर खींच लिया। घोड़ी पर दूल्हे सवार हुए और जब बाना निकला तो वृद्ध दंपती के चेहरे भी खिल उठे। फिर से गठबंधन में बंधने जा रहे रिटायर्ड इंजीनियर विनोद कुमार जब घोड़ी पर बैठे थे तो उनकी पत्नी गार्डन के आंगन में बारात का इंतजार करने लगी।
बारात में बच्चे और उनके दोस्त नाचते हुए आए। फूलों से उनका स्वागत किया। उसके बाद शादी की रस्मों की शुरुआत धूमधाम से हुई। इसी तरह 72 वर्षीय रवींद्र और पत्नी सावित्री अरझरे ने पहले की तरह शादी की रस्मे निभाई। डॉक्टर शिव शंकर गुर्जर एवम प्रीति गृर्जर ने भी वैवाहिक रस्मे निभाई. Khandva
पुनर्विवाह समारोह में शामिल हुए दम्पत्ति एक बार फिर दुल्हा-दुल्हन बनकर मंडप में आये जिन्होंने एक-दूसरे के साथ शादी की रस्म निभाई । भारत विकास परिषद द्वारा अखिल विश्व गायत्री परिवार के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन में महापौर अमृता, यादव अतिथि के रूप में शामिल हुई।
एक ही मंडप के नीचे दोबारा विवाह की रस्म निभाने के लिए एक साथ बैठे 151 जोड़े आकर्षण का केंद्र रहे। दांपत्य कार्यक्रम का हिस्सा बने दम्पत्तियों ने अपने बच्चों के सामने ब्याह की रस्मे पूरी की। दांपत्य जीवन को फिर से खुशमय बनाने के लिए शांति कुंज हरिद्वार से पधारे पंडितो ने मन्त्र पढ़े तो वही वाद्य यंत्रों के साथ संगीतमयी प्रस्तुति के बीच वैदिक संस्कारो के विषय मे बताया गया। सभी दंपतियों को पहले लिए गए सात वचन के अर्थ को फिर से बताया गया और दम्पतियों ने हाथ उठाकर एक-दूसरे का साथ निभाने की शपथ ली. Khandva
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि बतौर पधारी महापौर अमृता यादव एवं अतिथि गणों ने दीप प्रज्वलित कर की. आरम्भिक उद्बोधन भारत विकास परिषद के अध्यक्ष अजय लाड़ ने दिया . जिन्होंने बताया की जो दंपती सालों से अपने आप को भूलकर जिंदगी की आपाधापी में लगे हुए हैं। उनके जीवन में फिर से उत्साह और उमंग भरने के लिए यह आयोजन किया गया . पिछले कई वर्षों से उनकी योजना इस तरह का आयोजन करने की थी . जो अब जाकर साकार हुई .
भारत विकास परिषद के प्रांत संयोजक शैलेन्द्र महोदय ने संस्था के द्वारा पिछले पन्द्रह सालों के किये गये विशेष कार्यक्रमों की जानकारी दी . जिनके पश्चात हिन्दू जागरण मंच के डॉक्टर अनीष अरझरे ने उद्बोधन दिया।महापौर अमृता यादव ने भारत विकास परिषद द्वारा किये इस आयोजन की सराहना करते हुए हिन्दू धर्म के संस्कारों की बात कही। उन्होंने कहा कि वैवाहिक संस्कार भी बड़ा संस्कार है।डॉक्टर शिव शंकर गुर्जर, ओम अग्रवाल , हेमंत मूंदड़ा, डॉक्टर प्रवेश भारद्वाज , दीपेश राठौड़ विशेष अतिथि बतौर शामिल हुए. Khandva
शांतिकुंज से पधारे गायत्री परिवार के पन्नालाल बिरला भाई साहब ने बताया कि परिवारों में विवाद बढ़ रहे हैं। सुख-शांति व स्नेह नहीं होने से दंपती तनाव में हैं। उनका तनाव बच्चों के भविष्य पर भी असर डाल रहा है। उनके जीवन में खुशियों के रंग भरने के लिए एक बार फिर से उनकी पुरानी यादों को ताजा किया जा रहा है। इससे जो भूल पहली शादी में हुई हो, वह अब दूसरी बार में उसे सुधारकर बेहतर दांपत्य जीवन जी सकें। शांतिकुंज हरिद्वार के आचार्यों द्वारा वैदिक रीति से वैवाहिक संस्कार सम्पन्न करवाये।
कार्यक्रम का संचालक रितेश मिश्रा ने किया , तो वहीं परिषद के संरक्षक गोवर्धन गोलानी ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कोषाध्यक्ष अजय मालवीया, नरेंद्र लाड़ एवं सचिव जिग्नेश पटेल , रूपेश पालीवाल का विशेष सहयोग रहा . इस अवसर पर बड़ी संख्या में विकास परिषद के पदाधिकारी मौजूद रहे. Khandva