cold wave : ठंड से बचने अलाव बना सहारा,किसान चिंचित
Cold wave : सिंगरौली 1 जनवरी। नव वर्ष के आज रविवार को प्रथम दिन आसमान में छाये बादलों से दिनभर हल्की धूप के रहने से एवं धीरे-धीरे हवा चलने से समूचा ऊर्जाधानी शीतलहर से थरथराता रहा। वहीं शाम से ही लोगों ने अपने घरों में अलाव जलाकर बैठे हुए देखे गये.
cold wave : आज रविवार की दोपहर से ही शीतलहर के सितम ने सबको झकझोर दिया है। आज बैढऩ सहित अन्य आस-पास के क्षेत्रों में ठण्ड से कांप रहीं गायें भी अलाव के पास पहुंच गयीं। वहां मौजूद लोगों ने गायों को भी अलाव तापने से नहीं रोका। दरअसल जनवरी महीने के प्रथम तिथि से ही शीतलहर की ठण्ड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इन दिनों लगातार पारा नीचे गिरता जा रहा है। आज रविवार की सुबह से 15 से 20 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार से तेज हवायें चल रही थीं। शाम ढलते-ढलते सर्द हवाओं की रफ्तार 10 किमी प्रतिघण्टे पर हो गयी है। शीतलहर के चलने से जिले का तापमान लुढ़ककर अधिकतम 12 एवं न्यूनतम 5 डिग्री तक पहुंच गया है.cold wave
अनुमान लगाया जा रहा है कि रात में यह पारा और लुढ़केगा। हवाओं के चलने से नमी 80 प्रतिशत हो गयी है। शीतलहर के सितम का व्यापक प्रभाव पहाड़ी व ग्रामीण अंचलों में दिखाई दे रहा है। बगदरा, चितरंगी, देवसर, सरई, माड़ा इलाके में कड़ाके की ठण्ड पडऩा शुरू हो गयी है। लोगबाग शाम ढलते ही गर्म कपड़ों व आग का सहारा लेने के लिए विवश हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी आगामी दिनों में शीतलहर का टार्चर चलता रहेगा। आलम यह था कि आज मवेशियों को भी कड़ाके के ठण्ड का एहसास हुआ। बैढऩ शहर में जगह-जगह जल रहे अलाव को देख मवेशी गाय भी वहां पहुंच अलाव के सामने खड़ी हो गयीं.cold wave
इस दौरान लोग आज नववर्ष मनाने के लिए दिनभर अपने घरों से बाहर पिकनिक स्पॉट एवं पार्कों में मौजूद रहे। जहां लोग नव वर्ष का जश्न काफी धूमधाम से मनाया। इस दौरान लोगों में ठण्डी का असर नहीं पड़ा। लेकिन जैसे ही शाम ढलने लगी लोग शीतलहर से कपकपाने लगे और अपने-अपने घर पहुंच गर्म कपड़ों के बीच दुबककर अलाव का सहारा लेेते हुए बैठे रहे.cold wave
किसान चिंतित,वाहनों की रफ्तार पड़ी धीमी
जनवरी महीने के आज प्रथम दिन सुबह से ही जहां सारा दिन धुंध छाया रहा। वहीं देर शाम होते ही सर्द हवाओं के साथ शीतलहर के चलने से किसानों की चिंता भी बढ़ गयी है। किसानों का मानना है कि यदि इसी तरह से पारा लुढ़कता रहा और सर्द हवाएं चलती रहीं तो निश्चित रूप से दलहनी व तिलहनी फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा कोहरे के कारण जहां ट्रेने भी तय समय पर निर्धारित स्टेशनों में नहीं पहुंच रही हैं। वहीं दो-चार पहिया वाहन चालकों की रफ्तार भी धुंध की वजह से धीमी पड़ गयी है.cold wave
आलम यह है कि सुबह-शाम लोग ठण्ड से बचने के लिए गर्म कपड़े के साथ-साथ अलाव का भी सहारा लेने लगे हैं वहीं कोहरे के धुंध से रात्रि में चलने वाले वाहन चालक व ट्रेनों के आवागमन पर भी इसका असर पडऩे लगा है.cold wave