Thursday, March 28, 2024
HomeBusinessphone pay सिंगापुर से भारत हुआ शिफ्ट लेकिन चुकाना पड़ेगा टैक्स के...

phone pay सिंगापुर से भारत हुआ शिफ्ट लेकिन चुकाना पड़ेगा टैक्स के 8300 करोड़ रुपये 

- Advertisement -

phone pay: इस कंपनी का मुख्यालय पहले सिंगापुर में था।  वॉलमार्ट और फोनपे शेयर होल्डर्स (Walmart and PhonePe are shareholders) को कंपनी द्वारा अपना मुख्यालय स्थानांतरित करने के कारण करों में $100 मिलियन का भुगतान करना होगा।  भारतीय मुद्रा ( Indian currency ) के हिसाब से करीब 8300 करोड़ रुपए टैक्स देय होगा

- Advertisement -

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक फोनपे के भारत आने और कंपनी के वैल्यूएशन में बढ़ोतरी की वजह से इतना बड़ा टैक्स चुकाना पड़ रहा है. फोन पे में वॉलमार्ट की सबसे ( Best of Walmart in Phone Pay ) बड़ी हिस्सेदारी है, यह हिस्सेदारी फ्लिपकार्ट के माध्यम से मिली थी, जब ई-कॉमर्स दिग्गज ने फोनपे ( E-commerce giant PhonePe ) को खरीदा था. phone pay

दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल चेन कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) को बड़ा झटका लगा है. रिटेल की दिग्गज कंपनी और भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) के मालिक वॉलमार्ट को भारत में 8,300 करोड़ रुपए का टैक्स चुकाना होगा।  यह टैक्स PhonePe से जुड़ा है.दरअसल PhonePe को सिंगापुर से भारत शिफ्ट होने (PhonePe को सिंगापुर से भारत शिफ्ट होने) की वजह से टैक्स देना पड़ता है.ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक फोनपे के भारत आने और कंपनी के वैल्यूएशन में बढ़ोतरी की वजह से इतना बड़ा टैक्स चुकाना पड़ रहा है. फोन पे में वॉलमार्ट की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है, यह हिस्सेदारी फ्लिपकार्ट के माध्यम से मिली थी, जब ई-कॉमर्स दिग्गज ने फोनपे को खरीदा था. phone pay

इस कंपनी ने PhonePe में भी हिस्सेदारी खरीदी थी

अमेरिकी निवेश फर्म टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ने भी फोन पे में हिस्सेदारी खरीदी है.दरअसल, कंपनी में यह शेयर भारत में शिफ्ट होने के बाद लिया गया है. जिसके बाद मौजूदा शेयरधारकों को 8,300 करोड़ रुपए का टैक्स देना होगा.PhonePe जनरल अटलांटिक, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और अन्य निवेशकों से फंड जुटा रहा है और इसका प्री-मनी वैल्यूएशन 12 बिलियन डॉलर है.

यहां समझें पूरा मामला

2016 में फोनपे को देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ( E-commerce company Flipkart ) ने खरीद लिया था. हालांकि, अब Flipkart और PhonePe पूरी तरह से अलग हो गए हैं. खास बात यह है कि दोनों की पैरेंट कंपनी वॉलमार्ट है. PhonePe और Flipkart दोनों कंपनियों के अलग होने की प्रक्रिया करीब 4 साल पहले यानी 2019 में शुरू हुई थी.अब PhonePe पूरी तरह से भारतीय कंपनी बन गई है।  फोनपे वर्तमान में उच्च मूल्यांकन पर धन जुटाने की कोशिश कर रहा है. अमेरिकी निवेश फर्म टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ने फोन में हिस्सेदारी ली है.अब सिंगापुर से भारत शिफ्ट होने और वैल्यूएशन में बढ़ोतरी की वजह से 8,300 करोड़ रुपये का टैक्स बनाया जा रहा है, जिसे PhonePe के सभी शेयरधारकों को चुकाना होगा.

phone pay सिंगापुर से भारत हुआ शिफ्ट लेकिन चुकाना पड़ेगा टैक्स के 8300 करोड़ रुपये 
photo by me

यह भी पढ़े — Most popular Actress in India 2022: इस एक्ट्रेस ने आलिया, दीपिका और कैटरीना को छोड़ा पीछे, बन गई नंबर 1 हीरोइन

यह भी पढ़े — Mouni Roy ने तोड़ी बोल्डनेस की सारी हदें, ब्लैक 2 पीस बिकिनी में लहरों के बीच कराया फोटोशूट

- Advertisement -
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular