Pakistaan: पाकिस्तान की आर्थिक हालत पहले ही खस्ता थी. पिछले कुछ महीनों से बाढ़ के कारण स्थिति बदतर होती जा रही है. ऐसे में अब पाकिस्तान(pakistaan) की आर्थिक हालत सुधारने के लिए गधों और कुत्तों का सहारा लिया जाएगा. जी हां, ये जानवर चीन (chine) को निर्यात किया जाएगा.
भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान (pakistaan) अब कुत्तों और गधों की मदद से अपनी स्थिति सुधारने का प्रयास करेगा. इसके लिए चीन उसकी मदद के लिए आगे आ रहा है. पाकिस्तान(pakistaan) ने मुद्रा अर्जित करने के लिए नया तरीका ढूंढा है. समाचार एजेंसी पीटीआई (pti) के मुताबिक चीन इसके लिए आगे आएगा. चीन पाकिस्तान से गधे और कुत्ते
खरीदने के लिए अपनी रुचि दिखाई है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के कुछ अधिकारियों ने संसदीय कमेटी को यह जानकारी दी है. Pakistaan
अफगानिस्तान में लम्पी वायरस का कहर
सेनेटर अब्दुल कादिर ने यह भी जानकारी दी है कि चीनी एंबेसडर ने पहले भी कई बार पाकिस्तान से मीट आयात करने की बात दोहराई है. संसदीय कमेटी के एस सदस्य ने सलाह दी है कि चूकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में मीट सस्ता है. इसलिए चीन को निर्यात किया जा सकता है. कमेटी को यह जानकारी दी गई है कि अफगानिस्तान से निर्यात रुका हुआ है क्योंकि वहां जानवरों में लंपी वायरस की बीमारी फैल गई है. Pakistaan
चीन में गधों की खाल का उपयोग दवा के लिए
रिपोर्ट के मुताबिक गधों में चीन की गहरी दिलचस्पी इसलिए है क्योंकि वे पारंपरिक चीनी दवाओं, “ईजाओ” या जिलेटिन के निर्माण में जानवरों की खाल का उपयोग करते हैं, जिसमें औषधीय गुण होते हैं. पारंपरिक रूप से रक्त संचार और इम्यूनिटी बढ़ाने वाली दवा में इसका इस्तेमाल किया जाता है. पाकिस्तान दुनिया में तीसरा सबसे ज्यादा गधों की आबादी वाला देश है. वहां ताजा आंकड़ों के मुताबिक करीब 5.7 मिलियन जानवर हैं. पाकिस्तान पहले भी जानवरों का निर्यात चीन को करता रहा है. पिछले साल वहां पंजाब सरकार ने 3 हजार एकड़ में गधों का फार्म बनाया था, ताकि देश का कैश बच सके. Pakistaan
रिजर्व बढ़ाया जा सके.
इस सरकारी फार्म का मकसद गधों का अच्छा ब्रीड तैयार करना है, ताकि उन्हें दूसरे देशों को निर्यात किया जा सके. चीन इससे पहले गधों का आयात नाइजर और बुर्किना फासो जैसे अफ्रीकी देशों से करता था. Pakistaan