अभय नन्द पाण्डेय निवासी ग्राम कोटरी तहसील जैतपुर जिला शहडोल के द्वारा इसकी शिकायत रीवा लोकायुक्त से की थी।शिकायतकर्ता सोसाइटी में सेल्समैन है। शिकायतकर्ता के विरूद्ध एससीएसटी मामले के संबंध में प्राप्त शिकायत पर एफआई आर ना करने के एवज में 30,000 रुपए की मांग की गई थी।
Shahdol News: शहडोल – मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार रोकने के लिए ईओडब्ल्यू, लोकायुक्त जैसी एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके बाद भी रिश्वतखोरी के मामले आए दिन सामने आ रहे आ रहे हैं। ताजा मामला शहडोल जिले के जैतपुर थाना क्षेत्र में सामने आया है। जहां जैतपुर टीआई दयाशंकर पांडेय को रिश्वत लेते हुए रीवा लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप किया है। लोकायुक्त की इस कार्यवाही के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया.
बता दें कि जिले के जैतपुर थाने में पदस्थ निरीक्षक (टीआइ) दयाशंकर पांडेय को 1600 रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त रीवा की पुलिस टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है।अपराध दर्ज नहीं करने के बदले में रिश्चत लेते हुए ग्राम कोटरी में गुरुवार की साम 7.00 बजे लोकायुक्त ने उनके प्राइवेट वाहन चालक गौरीशंकर के घर के पास पकड़ा है।लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार ने बताया कि निरीक्षक जिया उल हक ने आरोपित को ट्रैप किया है।
उन्होंने ने बताया अभय नन्द पाण्डेय निवासी ग्राम कोटरी तहसील जैतपुर जिला शहडोल के द्वारा इसकी शिकायत की गई थी। शिकायत की पुष्टि होने के बाद लोकायुक्त ने योजनाबद्ध तरीके से भ्रष्ट टीआई को रिश्वत लेते पकड़ने की योजना बनाई. शिकायतकर्ता सोसाइटी में सेल्समैन है शिकायतकर्ता के विरूद्ध एससीएसटी मामले के संबंध में प्राप्त शिकायत पर एफआई आर ना करने के एवज में 30,000 रुपए की मांग की गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी 14000 रुपए कल प्राप्त कर लिए थे लेकिन शेष रिश्वत की राशि 16000 रुपए लेते हुए गुरुवार को थाना प्रभारी पकड़े गए हैं।उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार ने बताया कि पांच साक्षी सहित 12 सदस्यीय टीम के द्वारा कार्रवाई की गई है।थाना प्रभारी को लेकर टीम शहडोल पहुंच गई है अभी पूछताछ जारी है। पकड़े जाने के बाद थाना प्रभारी हड़बड़ा गए उनकी धड़कनें बढ़ गई लेकिन लोकायुक्त टीम ने उन्हें रिलैक्स करते हुए आगे की कार्यवाही शुरू कर दी.