Iron Price : निर्यात शुल्क हटाने के बाद आया परिर्वतन अभी भी अस्थिर है बाजार। मकान बनवा रहे लोगाें के लिए मुश्किल है बड़ी। हर आर्डर पर आ रहा है बदला हुआ दाम। जबकि सरिया के दाम अब 58 से 65 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए हैं।
Iron Price:सिंगरौली 23 दिसम्बर। इस्पात लौह अयस्क में निर्यात शुल्क घटाये जाने के करीब एक महीने बाद भी जिले के कई सरिया कारोबारियों ने उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डाल रहे हैं।लोहे निर्यात पर शुल्क था, जिसका बड़ी कंपनियां लंबे समय से विरोध कर रही थीं। सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए शुल्क हटाने का निर्णय लिया है, लेकिन इसका लाभ सरिया सिंडिकेट उठा रहे हैं। उन्हाेंने बाजार को अस्थिर कर दिया है। हालात यह हैं कि एक महीने बाद भी जिले में सरिया का दर पूर्ववत है और इस पूरे मामले में जिले का सेल टैक्स अमला भी अनभिज्ञ बना हुआ है। वहीं व्यवसायी ग्राहकों के साथ-साथ सरकार को भी चूना लगाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं.Iron Price
गौरतलब हो कि केन्द्र सरकार ने पिछले माह इस्पात लौह अयस्क के निर्यात शुल्क में कटौती किया है। इस शुल्क के कटौती करने से सरिया के दामों में भारी गिरावट आयी है। किन्तु सिंगरौली जिले में सरिया के दामों में कहीं कमी नहीं दिख रही है। लोकल से लेकर ब्राण्डेड सरिया का दाम अभी भी पूर्व की तरह है। जबकि केन्द्र सरकार के द्वारा नवम्बर महीने में ही इस्पात लौह अयस्क के निर्यात के शुल्क में कटौती किया जा चुका है। इसके बावजूद यहां के ग्राहकों को कई कारोबारियों द्वारा जमकर आर्थिक चूना लगाया जा रहा है.Iron Price
आलम यह है कि प्रति क्विंटल में 700 रूपये से अधिक का अंतर आ रहा है। 68-70 रूपये प्रति किलो बिकने वाले ब्राण्डेड सरिया 66 से 68 रूपये प्रति किलो बिक रही है। वहीं यही हाल लोकल सरिया कंपनी 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल कीमत तय किया गया है। यह दर पूर्व का है। इस्पात लौह अयस्क के कारोबारियों का यहां एकाधिकार है। उन्होंने जो दर तय कर लिया है उसी दर पर छोटे हार्डवेयर दुकानदारों को सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि यदि कोई छोटा व्यापारी थोड़ा सा भी विरोध किया तो बड़े कारोबारी के भौंहें टेढ़ हो जाती हैं और मटेरियल देने से ही मना कर दिया जाता है। मजबूर होकर छोटे व्यापारी भी बड़े कारोबारियों की बातें सुनते रहते हैं। हालांकि इसमें नुकसान छोटे व्यापारियों का नहीं है। बल्कि ग्राहकों का है.Iron Price
बड़े कारोबारी सरिया बेचने के लिए जो दर फिक्स किये हैं उस दर पर सरिया खरीदना ग्राहकों के लिए मजबूरी है। जबकि पड़ोसी जिला सीधी में ब्राण्डेड सरिया के कीमतों में भी यहां से काफी अंतर है। सीधी जिले के कारोबारी यहां अपनी सरिया नहीं बेच सकते। जिसका फायदा यहां के कई कारोबारी उठा रहे हैं। फिलहाल जिले में सरिया कारोबारी ग्राहकों को जमकर जहां चूना लगाते हुए आर्थिक क्षति पहुंचा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ कारोबारी जीएसटी की चोरी करने में महारथ हासिल कर चुके हैं। इन पर सेल टैक्स अमले की निगाहें भी नहीं इनायत हो रही हैं। ऐसे में बड़े कारोबारियों के दिन अच्छे आ गये हैं। रोजाना लाखों रूपये का ग्राहकों को चपत लगाने में कहीं से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं.Iron Price
बेसुध है सेल टैक्स अमला
आरोप है कि बड़े कारोबारियों का एकाधिकार ऊर्जाधानी में खूब चल रही है। कथित कारोबारियों के आगे जिला सेल टैक्स का अमला भी कार्रवाई करने से बेवश नजर आ रहा है। इसके पीछे कई तरह की चर्चाएं हैं। एक महीने के अधिक समय से इस्पात लौह अयस्क के निर्यात शुल्क को केन्द्र सरकार ने घटा दिया है इसके बावजूद विभाग बेसुध है। खोज खबर लेने के लिए फुर्सत ही नहीं है। कुछ ग्राहक तो बताते हैं कि सेल टैक्स के अमले को सब कुछ मालूम है कारोबारियों से मधुर संबंध होने के कारण कार्रवाई करने से परहेज करते हैं। विभाग के अमले की सुस्तीपन व चुप्पी से ऊर्जाधानी के कई ग्राहक तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे हैं.Iron Price
इनका कहना है
सरिया का दर पहले क्या था अब क्या है इस संबंध में हमें जानकारी नहीं है। यदि सरकार ने दर में कमी की है और यहां के व्यापारी पुराने दामों में ही सरिया बेच रहे हैं तो इस संबंध में हम दर की जांच करेंगे और यदि सही पाया जाता है तो संबंधित व्यापारियों के खिलाफ नियम विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
करूणा माथुर,एसीटीओ,सेल टैक्स विभाग सिंगरौली
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