MP-UP -मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के परिवहन कार्यालय में लूट का सूट मची हुई है यह जितना लूट सको तो लूट लो वाली स्थिति है. यहां मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के चेक पर वसूली की जा रही है.चेक पोस्ट पर अब एक एक शख्स का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह अपना दुखड़ा बता रहा है कि उसके साथ किस तरह से बदसलूकी की गई यह पूरा मामला मटवई चेकपोस्ट का बताया जा रहा है.
MP- सिंगरौली 17 दिसम्बर। जिले के चेक पोस्ट पर वसूलीबाजों से त्रस्त एक माल वाहक के चालक ने खुद का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया है। जहां चालक ने वसूलीबाज के क्रियाकलापों का जिक्र किया है। सोशल मीडिया में उक्त वीडियो वायरल होने के बाद चेक पोस्ट पर तैनात प्रभारी के गुर्गों की पोल खुलने लगी है। हालांकि यह वसूली की पहली घटना नहीं है।
गौरतलब हो कि चेक पोस्ट मटवई, जयंत, खनहना, गोभा पर कई गुर्गे अनाधिकृत रूप से हमेशा तैनात रहते हैं। पहली बार आने वाले माल वाहकों के चालकों से आंख दिखाकर वसूली करते हुए टोकन पकड़ा देते हैं। टोकन की केटेगरी भी तय है। टोकन में ए, बी, सी, जी तक रहता है। इसके लिए सबका अलग-अलग सुविधा शुल्क फिक्स है। सूत्र बता रहे हैं कि एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जहां एक माल वाहक को चेक पोस्ट के वसूलीबाजों द्वारा खड़ा कराया गया है और उससे भारी भरकम रकम की मांग की जा रही है। MP
वाहन चालक ने वसूलीबाजों के दबंगई का रोना रोते हुए वसूलीबाजों की कलई खोला है। उसने यहां तक कहा है कि मटवई गेट से जहां सामग्री परिवहन करनी है उसकी दूरी महज 1 किमी है। इसके बावजूद वसूलीबाज भारी-भरकम रकम मांग रहे हैं। हालांकि यह वीडियो कब का है इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है। विंध्य न्यूज़ उक्त वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। लेकिन यहां बताते चलें कि चेक पोस्ट पर वसूलीबाजों की दबंगई चल रही है। उनके दबंगई के आगे प्रशासन भी चुप है। शिकायतों के बावजूद इन वसूलीबाजों पर भोपाल में बैठे विभाग के आका भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। MP
चर्चाओं के मुताबिक चेक पोस्टों पर तैनात वसूलीबाजों को इसीलिए रखा गया है। ताकि आकाओं का जेब व खजाना भरते रहें। वहीं अब इस बात की भी जोर-शोर से चर्चा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भ्रष्ट्राचार को जड़ से मिटाने का संकल्प लेते हुए कार्यक्रम के मंच पर ही कर्मचारियों को निलंबित कर दे रहे हैं। मुख्यमंत्री अब इन पर कब कार्रवाई करेंगे? प्रबुद्ध नागरिक भी सवाल उठा रहे हैं। बाते यहां तक निकलकर आ रही हैं कि विभागीय मंत्री भी सब कुछ जानकार अंजान बने हुए हैं।MP