Monday, April 15, 2024
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क्या सिंगरौली नव नियुक्त जिला अधिकारी खनिज विभाग के अवैध उत्खनन, न देख पाने वाले मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन कर पाएंगे ?

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Will Singraali newly appointed district officer be able to successfully operate for illegal excavation of mineral department, blind cataract?

सिंगरौली : ऐसा प्रतीत होता है की सिंगरौली जिले के संपूर्ण खनिज विभाग को कम देख पाने की बीमारी हो गई है जिससे उन्हें कोई अवैध खनन दिखाई ही नहीं देता जिले में बिना किसी माप दंड के धड़ल्ले से अनेक अवैध क्रेशर पत्थर की खदाने नदियों के बीच धारा में पुकलेन मशीनों द्वारा बालू का उत्खनन किया जा रहा है और जिम्मेदार आला अधिकारी कुंभकरणीय निद्रा में मस्त है क्युकी नोटो से उनके आंख कान मुख सब बंद कर दिए है और खनन माफिया बेरोकटोक के प्रकृति का दोहन कर दोनो हांतो से पैसे लूट रहे है. Singrauli

नही समझ आती सरकार की दोरंगी नीत

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एक तरफ शिवराज सरकार अवैध कारोबारियों, माफियाओं,तस्करों ,गुंडे बदमाशो पर सख्त कार्यवाही करने का दिखावा करती है तो दूसरी तरफ उन्हीं माफियाओं को संरक्षण देकर अवैध उत्खनन व प्रकृति का दोहन करवा रही है जिसमे खनिज विभाग भी खनन माफियाओं का सहयोग कर रहा है . Singrauli

सिंगरौली में रेत उत्खनन व भंडारण का खेल अधिकारियों की मिलीभगत से धड़ल्ले से संचालित है जिले में करीब दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर रेत का भंडारण किया गया है लेकिन यहां के स्थानीय लोग महंगे दामों पर रेत खरीदने को मजबूर है वजह सिंगरौली जिले की रेत यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड तक ऊंची दरों पर बेची जा रही है. Singrauli

सांसद , विधायक कलेक्टर भले ही लाख दावा करे कि जिले में रेत का अवैध खनन व भंडारण बिल्कुल नहीं है और लोंगो को सस्ते दरो में रेत मिल रही है लेकिन यह सरासर गलत है।जिले में इन दिनों एक ट्रैक्टर रेत की कीमत 5000 से 7000 है जबकि 500 फीट के हाईवे में 30000 से 32000 में रेत मिल रही है. Singrauli

सूत्रों की माने तो जिले में करीब एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर रेत का अवैध भंडारण किया गया है जहां इस बात की जानकारी खनिज अधिकारी ए के राय को भी है लेकिन श्रीमान को सुविधा शुल्क इतनी मिल रही है कि वह है कंपनी के सरपरस्त बने हुए है. Singrauli

डंप के नाम पर खेला जा रहा खेल

रेत नीति के हिसाब से जिस स्थान से रेत का खनन किया जाता है उससे 5 से 7 किमी तक के क्षेत्र में ठेकेदार रेत का डंप कर सकता है जबकि 50 किमी तक के क्षेत्र में अन्य नाम से डंप किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि सिंगरौली जिले में सिर्फ कागजों में नाम मात्र के रेत का डंप दर्शाया गया है जबकि रेत सीधे नदियों से निकाल कर सप्लाई किया जा रही है. Singrauli

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क्या सिंगरौली नव नियुक्त जिला अधिकारी खनिज विभाग के अवैध उत्खनन, न देख पाने वाले मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन कर पाएंगे ?
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