Bihar: सिंगरौली। बिहार (bihar) में जहरीली शराब (sharaab) के सेवन से 40 से ज्यादा लोंगो की मौत हो चुकी है और कई गंभीर है.
बिहार में नीतिश(nitish) सरकार (sarkar) की शराबबंदी पर किरकिरी हो रही है. इसके बावजूद मध्यप्रदेश का आबकारी अमला बिहार की घटना से सबक नही ले रहा है. जबकि सिंगरौली जिले के गांव-गांव अवैध शराब बनाकर खुलेआम घर में मयखाना खोलकर पिलाया जा रहा है. इसके बावजूद आबकारी अफसर रिश्वतखोर की चादर ओढक़र कुम्भकरणीय निद्रा में सो रहे हैं. Bihar
बता दें कि बिहार में सीएम नीतिश ने स्वच्छ बिहार स्वस्थ बिहार और शराब मुक्त बिहार बनाने का वचन दिया था। यही वजह थी कि बिहार में शराब बंदी तो लागू हुई और ठेका प्रथा को बंद कर दिया गया। लेकिन घर-घर शराब बनाने का जो प्रचलन था उसे रोकने में नीतिश सरकार फेल हो गई.
जिसके चलते आधा सैकड़ा के करीब लोग जहरीले शराब के चलते मौत के नींद सो गए। ऐसा नही कि बिहार में ही जहरीली शराब से मौते हो रही है। मध्यप्रदेश भी इससे अछूता नही है.
मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले की बात करें तो जिले का ऐसा कोई टोला और मजरा नही होगा,जहां शराब न बनती हो। सिंगरौली का कोई गांव हो कम से कम दो से तीन ऐसी जगहें एक गांव में होती हैं जहां खुलेआम घर के अंदर शराब बनाई जाती है। शराब कैसे बनाई जाती है इन शराब कारोबारियों को जानकारी तो होती है लेकिन इस शराब में नशे को बढ़ाने कौन-कौन से पदार्थ कितने मात्रा में डालना है इसकी जानकारी इन कारोबारियों को नही रहती। यही वजह होती है कि शराब जहरीली हो जाती है और लोग मौत के गाल में समा जाते हैं. Bihar
गांव-गांव खप रही शराब
बता दें कि जिले के सिंगरौली,देवसर, सरई,चितरंगी, माड़ा, लंघाडोल क्षेत्र में ऐसा कोई गांव नही है जहां देशी शराब न खपाई जा रही हो। चितरंगी क्षेत्र की बात करें तो पोड़ी,खैरा,कोरसर,बरहट सहित कई ऐसे चिन्हित गांव हैं जहां खुलेआम देशी शराब का धंधा चल रहा है। सूत्र तो बतातें है कि इन गांवो में एक दिन में कई जेरेकिन शराब उतारी जाती है. Bihar
आखिर मौन क्यों है आबकारी अमला
जिले भर में देशी शराब का कारोबार तेजी से पैर पसार रहा है। हर गांव में शराब का अवैध ठिकाना चल रहा है। अगर पुलिस विभाग इन अवैध शराब कारोबारियों पर कारवाई न करे तो पता भी नही चल पाएगा कि अवैध शराब बन रही है। लेकिन आबकारी अमला का कहीं भी कारवाई देखने व सुनने नही मिलती है। कभी कभार कलेक्टर को दिखाने के लिए महज खानापूर्ति की जाती है. Bihar