Rewa: रीवा- विंध्य की जीवनदायिनी बाणसागर परियोजना(baansagar pariyojan) में चल रहे काम को लगभग पूरा कर लिया गया है. छुहिया घाटी(chhuhiya ghati) में बन रही लघु सुरंग का काम पूरा हो जाने के बाद रीवा(rewa) एवं सतना(satna) जिले की लगभग 65 हजार हेक्टेयर की भूमि पर सोन(son) का पानी पहुंचेगा और सिंचाई हो सकेगी,इससे 3 लाख से अधिक किसानों(kisaano) को लाभ मिलेगा.
Rewa: बता दें कि 1 महीने के अंदर दोनों जिलों में पानी छोड़े जाने का काम शुरू कर दिया जाएगा बाणसागर बांध का पानी बहुत ही नहर परियोजना में पहुंचाने के लिए छुहिया घाटी गोविंदगढ़ में जल सुरंग का निर्माण कार्य काफी तेजी के साथ किया जा रहा है अब दे ब्रेकिंग का काम पूरा हो गया है बाकी नहर में विस्तार और विकास के बाकी काम जल्दी ही पूरे करके पानी के वितरण को संभव बनाया जा सकेगा इस परियोजना को लेकर कड़ी चुनौतियां पेश रही हैं परियोजना के तहत के वती और पुरवा नहर के जरिए ऊंचाई के इलाके तक सिंचाई की सुविधा देने का लक्ष्य रखा गया है.
अधिकारियों की मानें तो खुदाई के दौरान कई जगहों पर तो कड़ी चट्टान थी तो कहीं पर मिट्टी थी ऐसे में अत्याधुनिक बूमर मशीन का इस्तेमाल किया गया पूरी सावधानी और सुरक्षा के साथ ही सुरंग को आर पार निकाला गया बताया गया कि यह सुरंग करीब 7.2 मीटर गुप्ता जी ढाई मीटर की होगी सुरंग के साथ ही नहरों को बनाने का काम भी 90 फ़ीसदी से ज्यादा हो गया है और अगले साल ही शुरुआत से ही इस में पानी छोड़ा जा सकेगा. Rewa
बताया जाता है कि इस नए प्रस्ताव के कारण पानी का प्रवाह भी 10 लाख क्यूबिक मीटर तक बढ़ जाएगा इसके अलावा गर्मी के मौसम में जब बाणसागर परियोजना में पानी का स्तर कम हो जाता है उस समय भी नहर में प्रवाह बनाए रखने के लिए आम अघोरी रामाधीन गांव के पास एक ही डर पंप भी लगाया जा रहा है इसके कारण यह रहो सुरंग सहित करीब 21 किलोमीटर तक पानी का प्रवाह 54 लाख क्यूबिक मीटर बना रहेगा. Rewa