Bagdara outpost in-charge made moong full of tractor disappeared, no action taken yet! Demand to remove outpost in-charge
Bagdara सिंगरौली 13 जुलाई। बगदरा पुलिस चौकी क्षेत्र के फुटहड़वा-गोपला यूपी के रास्ते में मूंग से भरे एक टै्रक्टर को ग्रामीणों ने पकड़कर Bagdara पुलिस को सूचना दिया था। चौकी प्रभारी ने कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। लेकिन पंचायत चुनाव समाप्त होने के बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं किया है। जिसको लेकर चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
दरअसल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम फुटहड़वा के राजपती सिंह, रामकुमार सिंह, शिवदास पनिका, छत्रपाल सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने कलेक्टर के यहां 23 जून को शिकायत किया था की एक ट्रैक्टर में अवैध मूंग भरकर यूपी परिवहन कराने के फिराक में थे की ग्रामीणों ने अपने कब्जे में लेकर पुलिस को इतला दे दिया था। खण्ड स्तर के अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया था की इस पर एक्शन लिया जाय। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया। लिहाजा लाखों रूपये का मूंग कहा गया और इस पर क्या कार्रवाई हुई। इसका जबाव अभी तक नहीं मिल पाया है। Bagdara
आरोप है की खण्ड स्तर के अधिकारियों ने अपने चहेते को लाभ दिलाने के लिए ग्रामीणों की शिकायत को ठण्डे बस्ते में डाल दिया। ग्रामीणों ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उक्त मामले की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग किया है। Bagdara
चौकी प्रभारी का कार्यकाल तीन वर्ष पूर्ण
जानकारी के मुताबिक Bagdara चौकी प्रभारी विनोद सिंह का कार्यकाल तीन वर्ष पूर्ण हो गया है। चुनाव आयोग का निर्देश था की जिन पुलिस अधिकारियों का कार्यकाल एक ही स्थान में तीन साल पूरा हो गया हो उन्हें तत्काल हटा दिया जाय, किन्तु Bagdara चौकी प्रभारी पर निर्वाचन आयोग का उक्त निर्देश गौण हो गया। जिला पंचायत सदस्य के कई अभ्यर्थियों ने चौकी प्रभारी पर पक्षपातपूर्ण कार्य करने का आरोप भी पूर्व में लगा चुके हैं। यहां के ग्रामीणों ने चौकी प्रभारी को हटाये जाने की मांग की है।
संपत्ति छुपाने व सैकड़ों एकड़ भूमि पर अवैध कब्जा का आरोप
जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत करते हुए अभ्यर्थी तेजबली सिंह ने आरोप लगाया था कि ग्राम पंचायत क्षेत्र फुटहड़वा के सरपंच पद के अभ्यर्थी राजेन्द्र सिंह अपने नाम निर्देशन फार्म में लगने वाले शपथ पत्र में चल अचल संपत्ति को छुपायी है। यहां तक की इनके द्वारा सैकड़ों एकड़ शासकीय भूमि पर 20 वर्षों से अतिक्रमण किया गया है। जिसकी जानकारी वन व राजस्व के अधिकारियों को है। इसके बावजूद इन अधिकारियों की इस मामले में संलिप्तता बरकरार है। जिसके चलते कार्रवाई नहीं की गयी। यहां तक की बीएलओ के द्वारा एक दर्जन मृतक मतदाताओं का नाम विलोपित किये जाने की अनुशंसा की गयी थी। इसके बावजूद सांठ-गांठ करते हुए मृतक मतदाताओं का नाम विलोपित नहीं किया गया। Bagdara
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