सिंगरौली 23 अक्टूबर – न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में ऊर्जा धानी के नाम से मशहूर सिंगरौली जिला में जहरीली हवाएं लोगों का दम घुट रही हैं यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स वैल्यू मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा हाई है लेकिन इस सब से अनजान प्रदूषण विभाग सफेद हाथी बना हुआ है साथ ही यहां के जनप्रतिनिधि प्रदूषण को लेकर किसी भी तरह का कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं नतीजा लोग इस प्रदूषण के बीच रहने को मजबूर है.
समूचे ऊर्जाधानी में इन दिनों फिर से वायु प्रदूषण बढऩे लगा है। हाल ही में प्रदेश से जारी एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू के मुताबिक सिंगरौली जिला प्रदेश का सबसे प्रदूषित जिला है। जिले की एयर क्वालिटी इंडैक्स वैल्यू 248 के पार पहुंच गयी है। जिसको लेकर गृह मंत्रालय ने सिंगरौली जिले के शहरी क्षेत्र में पटाखों के क्रय-विक्रय एवं उपयोग पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया है.
अपर कलेक्टर डीपी बर्मन के द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि उच्चतम न्यायालय के डब्ल्यूपीसी में पारित आदेश के अनुपालन में दीपावली के पर्व के दौरान पटाखों के निर्माण, उपयोग, विक्रय वितरण एवं प्रस्फुटन के संबंध में मानक संचालक प्रक्रिया के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। दीपावली पर्व के समय रात्रि 8 से 10 बजे तक ग्रीन पटाखों का उपयोग सिर्फ उन शहरों में किया जा सकता है जहां माह नवम्बर 2021 की स्थिति में वायु गुणवत्ता सूचकांक मध्यम या उससे कम श्रेणी की है।
यदि वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी की है तो ऐसे सभी शहरों में पटाखों के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। ऐसी स्थिति में सिंगरौली जिले की परिवेशी वायु गुणवत्ता की रिपोर्ट के अनुसार जिले का वायु लेवल अत्यंत खराब है। जिसे दृष्टिगत रखते हुए समस्त नगर पालिक निगम क्षेत्र में आज 22 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक समस्त प्रकार के पटाखों के उपयोग पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है।